हिटलर बोला “लोकतंत्र” के नाम से जनता को मुर्ग़ा बनाकर “लूटतंत्र” का यह है खेला,
पाँच साल तक इस मुर्ग़े के पंख नोचकर बदहवासी में रखो व चुनाव के समय दानों को फेंककर इस मौसमी सफ़र में वही मुर्ग़ा लालच से तुम्हारे साथ चलकर तुम्हें चुनाव जीता देगा व अगले पाँच सालों तक जनता को जाल में फँसाने का यह है आसान तरीक़ा
इसका जीवित प्रदर्शन कर संसद में कर १० सालों तक का राज समझाया लेकिन विश्व में राज करने की चासनीं के ख़्वाब ने जर्मनी को डूबा दिया. .
महान समाजवादी नेता राम मनोहर लोहिया ने स्पष्ट कहा था
“ लोकतंत्र में ज़िंदा क़ौमें ५ साल इंतजार नही करती”
चुनाव के प्रथम चरण में १०० करोड़ से अधिक व ४५ करोड़ रुपये के नशे के सामग्री बरामद होकर अब यह सात चरणों में कुल १००० करोड़ रुपये से अधिक के दाने से देश के मुर्ग़े अब भी इसे लोकतांत्रिक मूल्य कहकर ७७ सालों की तरह कुकड़ूकूँ से गुंजन करेंगे
———————-
www.watankerakhwale.com
(Under constructionn)
No comments:
Post a Comment