स्वामी प्रसाद मौर्य ने स्वन्यभू से दलित के मसीहा कहकर भाजपा को आँखें दिखाने का स्वांग भारी पड़ गया
अखिलेश यादव ने दलित वर्ग के वोट हथियाने स्वामी प्रसाद को अपने कंधे पर बिठाकर “साइकिल”का हैंडल उनकी जूती से चलाने के खेल में पार्टी को ले डूबी
अब “रामचरितमानस” जलाकर हिंदू समाज को स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा निष्कृष्ठ बताकर समाजवादी पार्टी को भस्म करने से, पार्टी से निकाले गये
क्या.., अब वे राहुल गांधी की “न्याय यात्रा “ टोली में शामिल होकर अपनी बोली से कांग्रेस का सूपड़ा साफ़ कर देंगे
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