आदरांजली “आनंद मठ” की कोकिला को
६ फ़रवरी २०२४ ..,
लता दीदी .., द्वितीय पुण्य तिथि.., अद्वितीय संस्मरण.., रहें ना रहे “आप” महाका करेंगी,
आपकी अवाज “पायोजी मैंने राम रतन धन पायो “ से प्रभु राम भी लता चौक को निहारते “एक आभाष” से महसूस कर रहें है की “स्वर साम्राज्ञी” की आज भी “तड़फ” है की जिसने अपना जीवन का गीत “मरणोंपरांत” से इस ब्रह्मांड के हर कणों को राममय से विभूतित कर धन्य कर दिया है
लता चौक का लोकार्पण:
जब तक सूरज चाँद रहेगा… सूरज व चाँद की निहारती रौशनी से देश व दुनिया के वासी के कर्ण में लता दीदी के स्वर में उमंग की तरंग से जीवन में ख़ुशहाली रहेगी
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