शिक्षक दिवस…, शिक्षा के मंत्र से शराब
दिवस का महोत्सव दिवस.. मुफ़्त में, एक बोतल दारू से
दूसरी बोतल मुफ़्त में देकर वोट बैंक के खेल का चातुर्थय से ग़रीबों के घर उजाड़ने
का दारू से दारूण दृश्य से युवा बच्चों को पाठशाला के बग़ल में मधुशाला खोलकर..
दिल्ली के बजरबट्टू.., मुख्यमंत्री बहुरूपिया गिरगिटवाल …
अपने को हवा हवाई पंख वाला टट्टू कह कर देश की
हरियाली उजाड़ कर मनीष सिसोदिया के गंजे सर की तरह ख़ुराफ़ाती दिमाग़ से देश को
बंजर कर देश के टुकड़े कर अपने ख़ाली दिमाग़ के स्थान से ख़ालिस्थान से स्वतंत्र
देश का प्रधानमंत्री बनने का नशा अभी भी उतरा नही है …
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