तीन अनाथ vs एक (चालीस) नाथ
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( सब कुछ लुटा के होश
में आये तो क्या
किया…
दिन में अगर
भ्रष्टाचार व तुष्टिकरण का चराग़
जलाये तो क्या किया
)
पिताजी..,
संजय राऊत द्वारा
हमारी राजनैतिक जीवन को तहस नहस करवाने के
पहिले इस मर्सेडीज़ कार से कूद पड़ें
(Dad.., jump out of this Mercedes Car before Sanjay Raut destroys our political career )
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