कृपया जरूर पढ़ें ... यह कृत्य एक दिन की खबर है
यह अश्लील नही,
धन लोलुप्त पिस्सूओं की देश के युवाओं के चरित्र हरण की असली रील है
जो युवाओं का जीवन छीन कर राष्ट्र का मूल्य-ह्रास हो रहा है
शिल्पा राज की योग मुद्रा
शिल्पी राज की भोग मुद्रा ....
बेटी बहन नारी माँ तेरे कई रूप ...,
तेरे गुणों के स्वरूप से तेरा प्यार दिल के आँसुओ से भरा रहता है,
तुम्हारा दिल तो वात्सलय से 24 घंटे धडकता..
है...
आपके खून में ही तो देश का वात्सल्य ,
अभिमान व देश की हरियाली छिपी है..., तुम भोग की
वस्तु नहीं देश के संरक्षण व योग की धारा
हो...
हमारे
समाज के पिस्सुओं ने देश की बच्चियों से नारी को पतितता से वेश्यावृती के धन से अब
बलात्कार की हुंकार भर कह रहें हैं..., युवाओं का यह है अधिकार..,
है...
नारी.., समाज के पिस्सुओं ने देहव्यापार में ढकेल
कर..., तुम्हारी पतितता में भी पवित्रता है..,
नारी.., इंसानों में सर्वोत्तम तुम ही और केवल
तुम ही हो...
लेकिन
इन धन के दंभ से इन नर पिशाचों ने देश का भी चरित्र हनन कर दिया है
और
आज की जजशाही कल इन पिशाचों को निर्दोष या
छूट पूट सजा देकर इस धन को अपने जीवन का राजस्व मानकर इस देश को डूबो देगी
याद रहें ललित मोदी के समय IPL की समाप्ती के बाद सुर – सूरा - सुंदरी की रात्री की रंगिनीया में लिप्त होकर सट्टा से पकड़े जाने के बाद, देश में बट्टा लगाते पकड़े जाने के बाद जजशाही भी इसमें अपना हिस्सा बनाकर
इन पिस्सुओं को छोड़ देने से अब कानून इसे विभीतशा न मानकर, रोजमर्रा
की बात मानकर अपनी जेब भरकर जमानत दे देता है...
दोस्तों
यही ही देश की दुर्दांत कहानी है
No comments:
Post a Comment