किरण बेदी ..., रणभेरी... आज भी Iron Lady… इंदिरा गांधी नही किरण
बेदी है... पोंडुचेरी में राज्यपाल का पद सफलता पूर्वक निभाने के बाद किरण बेदी का
अन्य राज्यपालों की तरह जीवन अंधकारमय मत बनाओं ...
चेतो मोदी सरकार ...., संविधान करे ललकार..,
देश को चाहिए एक महिला जो हो तेज तर्रार ..., लोकसभा
में किरण बेदी की सुबह की रोशनी से देश के क़ानून से कोई नहीं करे खिलवाड़ व अनुशासन
से लोकसभा की गरिमा भी रहेगी प्रज्ज्वलित
लोकसभा की लाजवाब अध्यक्षा सुमित्रा महाजन की भाजपा ने ७५ वर्ष की
आयु शर्तो से बलि लेकर लोकसभा का टिकट काट दिया..
क्या...!!!। ७२ वर्ष की किरण बेदी को दिल्ली के मुख्यमंत्री चुनाव
में इमानदारी पूर्वक व झूठे वायदे न करने की एवज में हार मिलने पर , नरेन्द्र मोदीजी ने उन्हें पोंडिचेरी का राज्यपाल बनाके एक निर्वासित
जिन्दगी का पद दे दिया था ..
चेतों मोदी सरकार, अब की बार रिक्त टिकट देकर बनाओं लोकसभा में किरण बेदी के अनुभव
की दहाड़..,
देश की एक iron lady , लौह महिला जो संविधान
की “लौ” बनकर देश ही नहीं विश्व को बता
दिया की आम संविधान के क़ानून को खास लोगों द्वारा तोड़ने पर सजा मिल के ही रहेगी .
किरण बेदी अपने IPS के कार्यकाल में दिल्ली
में दर्शाया की VIP’S को IPS की
अधिकारी कैसे रोड में अनाप सनाप ढंग से गाड़ियाँ खड़ी कर , आम
क़ानून तोड़ने वालों को आयना दिखाकर बता दिया की अब “अपने
अव्काद में रहों “ अब में क्रेन बनकर..., सरकारी मुस्टंडों की खैर नहीं रहेगी
दोस्तों याद रहें..,नई दिल्ली में तिहाड़ जेल
की महानिरीक्षक के रूप में इन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान कई सुधार किए जैसे कि
शराब आदि की लत के इलाज के लिए कार्यक्रम, योगा, ध्यान और कैदियों की शिकायतों का निवारण। इन्होंने 1988 में नवज्योति इंडिया फाउंडेशन और 1994 में इंडिया
विजन फाउंडेशन की स्थापना की, जिससे नशीली दवाओं के आदी,
कैदियों के बच्चों और समाज के गरीब वर्गों में सुधार हुआ.
लेकिन दुःख के साथ लिखना पड़ रहा दिल्ली के गत विधानसभा चुनाव में
किरण बेदी को भाजपा के दिल्ली अध्यक्ष सतीश उपाध्याय व उनकी सेना ने भीतराघात से
किरण बेदी को हार का सामना करना पड़ा व इसका लाभ केजरीवाल लेकर ५७/६१ से भारी भकम
जीत का परिणाम से आज अपने प्रतिद्वंदियों को उखाड़ फेक कर निरंकुश शासन चला रहें
हैं...,
अब दिल्ली में लोकसभा चुनाव में अपने अस्तित्व को बचाने के लिय लिए
केजरीवाल, कांग्रेस से सीटों में तालमेल की याचना कर रहें है
जबकि कांग्रेस ने उन्हें घास डालने से भी इनकार कर दिया.
No comments:
Post a Comment