OPERATION BLUE STAR के बाद जून 1984 में इंग्लैंड से खलिस्तान कमांडो फोर्स के जगजीत सिंह चौहान से खुले आम इन्दिरा गांधी को चुनौती देते हुये ताल ठोक कर घोषणा कर दी कि इन्दिरा गांधी सन 1985 नही देख पाएँगी
याद रहे पंजाब में
खालिस्तान से आतंकवाद की बुनियाद कांग्रेस के इशारे से ही हुई ,
जब भिंडरावाले को
खालिस्तान कमांडो फ़ोर्स की सेना बनाने के लिए इंदिरा गांधी के इशारे से गृह मंत्री
ज्ञानी जैल सिंग ने प्रेरित किया जो बाद में स्वर्ण मंदिर में भिंडरावाले की
मुठभेड़ में मौत से.., ऐसा माहौल बना की इंदिरा गाँधी के सिख सुरक्षा रक्षको
द्वारा उनके आवास में ह्त्या कर दी , तब पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई ने बेबाकी से उनके शोक
संदेश में कहा “इंदिरा गांधी अपने कर्मों से मरी है
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