Thursday, 1 October 2020

कोविंदजी आपके ७५ वर्ष पुरे करने से देशवासियों में हर्ष है.., पूरा देश आपको शतायु देखना चाहता है ,राष्ट्रपति भवन में कोरोना के पदार्पण से आपके विभाग के कर्मचारियों को जकड लिया था लेकिन आप साबूत बच गए.. आपने नमस्कार के संस्कार से चमत्कार कर इस बीमारी को राष्ट्रपति भवन से भगाया “दोस्तों कोरोना भगाने का एकमात्र सनातनी मंत्र है “हाथ नहीं, तन - दूरी (Social Distancing) द्वारा दिल से दिल मिलाकर इस महामारी को देश व दुनिया से भगायें, नमस्कार के संस्कार से कोरोंना भगाने का चमत्कार अपनाएँ .., आओं डूबते देश व दुनिया को बचाएँ”



कोविंदजी आपके ७५ वर्ष पुरे करने से देशवासियों में हर्ष है.., पूरा देश आपको शतायु देखना चाहता है ,राष्ट्रपति भवन में कोरोना के पदार्पण से आपके विभाग के कर्मचारियों को जकड लिया था लेकिन आप साबूत बच गए..


आपने  नमस्कार के संस्कार से चमत्कार कर इस बीमारी को राष्ट्रपति भवन से भगाया.


“दोस्तों कोरोना भगाने का एकमात्र  सनातनी मंत्र है 

 

“हाथ नहीं, तन - दूरी (Social Distancing) द्वारा दिल से दिल मिलाकर इस महामारी को देश व दुनिया से भगायें, नमस्कार के संस्कार से कोरोंना भगाने का चमत्कार अपनाएँ .., आओं डूबते देश व दुनिया को बचाएँ”


लेकिन दुःख सिर्फ इस बात का है की दुश्मन देश का   “कोरोना” उपराष्ट्रपति वन्कैया नायडू को अभी सिर्फ मिला है व उनमें इसके चिन्ह भी मिले है, इसकी भनक लगते ही वे Quarantine में चले गए हैं ,सम्पूर्ण देशवासी उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं   


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