मैं ..., कैसे मनाऊँ, आजादी...???, मेरे देश का क्या होगा...!!!!, मेरी बर्बादी के २५ साल आज पूरे .., सरकारी मुस्टंडों का खेल अब भी बदस्तूर जारी, चोर उच्चके अब भी जनता पर भारी.., , क्या...!, क्या....!!! अब भी हम इस लुंज पुंज व्यवस्था से चीन के उत्पादन में ठहर सकेंगे...!!!
१. कंपनी में बार बार चोरी, FIR दर्ज होने के बाद भी एक साल से कोई पुलिस कार्यवाही नहीं.., हाल के मुम्बई तूफ़ान में कंपनी के छत पर आम के पेड़ की टहनी गिरने से सीमेंट की चादर टूट कर कंपनी में जल भराव व महाराष्ट्र औधोगिक विकास निगम के अधिकारीयों से संपर्क करने पर अपनी कार्यालय में कर्मचारी की भर्ती व औजार न होने की असमर्थता जताने के बाद ,
अग्निशमक दल / आपदा विभाग को फ़ोन द्वारा फैक्ट्री पर पहुँचने पर, अपनी सीढ़ी होने
के बावजूद शमक दल द्वारा पेड़ पर चढ़ने से इनकार व इसे भारी खतरा बताते हुए वहाँ से
चम्पत होते हुए चुनौती दी की वरिष्ठ अधिकारी के आदेश के बावजूद हम ये काम नहीं
करेंगे,
२. याद रहे इसी पेड़ पर चोर चढकर चोरी करने की घटना
सामान्य बात है
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Past History...!!!! why
meradeshdoooba
1.
१९९४ में ऊंचे लोक , उच्चका / टुच्चा बैंक
(Union Bank) ने इस नए Pvt Ltd कंपनी ने २५लाख
ऋण के आवेदन के एवज में बैंक के अधिकारी ने २५ हजार की रिश्वत लेकर दूसरे बैंक से २५ लाख की Mobilisation
of Fixed Deposit का पत्र देकर आश्वत किया व १८ महीने बाद इस अधिकारी
के तबादले के बाद नए बैंक अधिकारी ने इस प्रकिर्या को निरस्त कर.., मेरे १८ महीने
बर्बाद कर, कंपनी को बीमारू बनाकर मुझे सरकारी धोखा मिला.
२ , १९९५ में नयी कंपनी के इस जमीन हस्तांतरण
में १० हजार के Transfer के आदेश को file में छुपाकर , महाराष्ट्र औधोगिक विकास
निगम के अधिकारीयों से इस बारे में पूछने
पर कोई आदेश नहीं होने का बहाना बताया . व
बैंक से Working Capital/ कर्ज न मिलने की
पक्की मुहर लग गई व कंपनी और बीमारू हालत में चले गई
३. जब RTI में हस्तांतरण
बाबत आवेदन करने पर २०१५ में खुलासा हुआ की यह आदेश १९९७ में निकल चुका है व समय पर १० हजार रूपये न भरने से अब यह निरस्त
हो चुका है .., और सन २००० में वही भ्रष्ट अधिकारी Mr. L.V.Naik, एक खुले रिक्त
प्लाट पर भवन निर्माण पूर्णता (B.C.C.) का झूठा प्रमाण पत्र देने पर भ्रष्टाचार निरोधक विभाग द्वारा हथकड़ी पहनाने व के बावजूद फिर से नौकरी में बहाल हो गया है, यही है...!!!!, देश का अब भी हाल..!!!!
४. १९९४ में इस कंपनी के जमीन की मूल कीमत एक लाख
अस्सी हजार में खरीदी गई थी जिसके हस्तांतरण
आदेश में २०१८ महाराष्ट्र औधोगिक विकास निगम में १४ लाख भरने के बावजूद आज तक इसका
हस्तांतरण नहीं होने की वजह से न्यायलय
में मुकदमा अब भी लम्बित है. और CORONA की वजह से मामला ठन्डे बस्ते में है
५. इस जमीन की मूल कीमत जो एक लाख अस्सी हजार है ,
इस पर (संलग्न कंपनी का चित्र) ढांचा खडा करने के एवज में ३० लाख रूपये का संपती
कर का आदेश व अदा न करने पर हर ६ महीने पर २% चक्रवर्ती ब्याज के साथ कंपनी सील
करने का आदेश जारी होता है
६. २५ साल बाद भी इस लघु उद्योग का दर्जा न मिलाने से सरकारी
कंपनी में पंजीकरण नहीं हो पा रहा है
७. बड़े दुःख के साथ
लिखना पड़ रहा है की २० साल से सड़क नहीं बनी उबड़ खाबड़ रास्ते में बरसात में दरिया
बन जाता है .., चारों ओर गन्दगी का
माहौल.., स्वच्छ भारत का उपहास ..!!!!!!!
SATURDAY, 15 AUGUST 2015 की पुरानी सार्थक पोस्ट
१. मै कैसे मनाऊँ, आजादी...???,
चेतो मोदी सरकार.., मेरी ऊंगली की “अच्छे दिनों” के मतदान की स्याही..,
पिघलकर, मुझे बदरंगा कर रही है.
२. 15 AUGUST को ALL GUEST बनकर
- देश के सभी भेड़ियों माफिया मेहमानों ने देशप्रेमी का चोला पहनकर, क्रूरता से देश को लूटकर…???, अब…?,
३. पुरानी खबर में नया कवर.., या पुरानी बोतल में नई शराब.., सत्ता का
ख्वाब..., यह सत्ता-विपक्ष (अच्छे दिनों V /s भारत निर्माण) की अहंकार की लड़ाई नही.., देश के
अंधकार की कहानी है..., सुषमा के इस्तीफे, के इस तोहफे से कांग्रेस के २५ सांसद बर्खास्त .., सत्ताधारी भाजपा का रास्ता साफ़ ..., क्यों
नहीं इन मुद्दों पर होती खुलकर बात .., हर, राजनैतिक दलों का कीचड़ क्यों नहीं होता साफ़...!!!!, कमल की जगह कमाल की राजनीती है उदयमान.., जनता
हैरान..., सीमा पर जवान परेशान ..., दे
रहा अपनी जान..!!!!!!!!!!!!!!!.
४. संसद १५ दिनों से ठप्प ..., मीडिया की TRP से गप ..,, यही
है जनता को दिखाने का लोली-पॉप से, बने देश के बाप से ,
लोकतंत्र का बना पाप..
५. राष्ट्रवाद.. बेहाल .., क्या
यही है, राजनीती का कमाल..... ,पंजाब
में आतंकी हमला.., फिर भी सांसद का दिल नहीं पिघला ...
६. देश के ६८ सालों से, संसद
के समय की बर्बादी से राष्ट्र की बर्बादी है ... डूबते देश की कहानी है...,
संसद के हुड्दंड से सत्ता हुई बदरंग .., देशवासी
दंग.., देश का दाग बने, दबंग..,
७. देश के, आज तक के सत्ता परिवर्तन के इतिहास में काला धब्बा..,
संसद हुड़दंग का डब्बा.., अच्छे
दिनों का बज रहा है बैंड बाजा के BAD बराती ले
रहें हैं .., कैंटीन में भोज.., हर रोज
मौज..,जनता सोच रही है.., कैसी आजादी..,
यह तो देश की है बर्बादी...
८. मोदीजी.., अपनी पार्टी की चीटियों को बचाने के लिए देश का हाथी बल मत
बर्बाद करों .., आपकी पार्टी में भ्रष्टाचार से उलटे
पिरामिड के अवशेष के अवयय , पुरानी पार्टी के “भारत निर्माण” की तरह उग चुके है..., कही ये देश के बचे हुए खेत को भी चुग न लें. आज तक, सी.बी. आई को पिंजरे में रखकर इस भ्रष्टाचार की बयार से .., आज तक अभी तोंते जांच में पिंजरे सहित गायब हो गए हैं...!!!! और
जनता हाथ मलते रही है....!!!
९. कहाँ हैं...!!!, मेरे
“देश के लाल” लाल बहादुर शास्त्री
का “जय जवान- जय किसान” के
विचार..,, जिन्होंने तो, जनता और
किसानों में राष्ट्रवाद का दंभ भरकर जिन्होंने १८ महीनों में देशी विदेशी
माफियाओ व नेताओं की दुकानों में ताला लगाकर, मुंह
काला किया था ..,
१०. भ्रष्टाचार में लिप्त पाने में, लाल बहादुर शास्त्री ने अपने ही केन्द्रीय मंत्री कृष्णामचारीका
इस्तीफा रूस जाने के, अपनी ह्त्या होने के पहिले लेकर,
“जय जवान - जय किसान” में “स्फूर्थी” फूख दी व पार्टी में सनसनी से मातम
फ़ैल गया था .., नेताओं को मजबूर कर मजदूत बनाकर देश को इतना
मजबूत कर दिया कि वह विश्व गुरू की दहलीज में पहुँच गया था
११. आराम हराम है, गरीबी हटाओ,
मेरा भारत महान, इंडिया शाइनिंग भारत निर्माण
के अच्छे दिनों से सत्ता के चौपड़ का यह है “उल्टा
पिरामिड” की शुरूवात से जनता संशयित है..,
देश की सीमाओं के जज्बों का ठोस सन्देश व सीमा पार से आतंकवाद का
मकबूल जवाब नहीं मिला है..
१२. देश के क्रांतीकारियों को “देशद्रोही” कह, देश को आगे भी, और
क्रूरतमता से, लूटने के लिये, तिरंगे
के शान की आड़ मे, जश्न-ए –आजादी के
नाम से, जनता को “अफीमी नारों”
के दंश से डंस अब एक, नए खोजी लूट की योजनाओ
का आयाम बना रहे है,,,,?????,
१३. चेतो मोदी सरकार.., सी.बी. आई., को, लाल किले के प्राचीर पिंजरे से “आजादी” की घोषणा न होने से देशवासी निराश है, इसे
पिंजरे से “आजादी” दो ..,
ताकि , इस देश के “६८
सालों” के “काले किले” के भ्रष्टाचार के “काले कलंक” के
“सत्ता के चौपड़” से देश को चौपट कर,
सत्ता को “खैरात” मानकर,
देश को डूबोने वालों की खैर लेकर, गरीबों की अंधेरी रातों में .., देश का “दिन का उजाला” आयेगा .जनता के भी “अच्छे दिन” आयेंगें
१४. इस आजादी के ६८ सालों बाद, केन्द्रीय सुरक्षा आयोग व सीमा पर
तैनात जवानों को स्वायत्ता दिए बिना, देश के आधे प्रतिशत जो
देश में विदेशी हाथ,साथ बात संस्कारों से देश की दिशा व दशा
तय कर रहें हैं.., सीमा पर, घुसपैठ व
नशे के कारोबार की कड़ी से अवैध व्यापार के व्यापम घोटालों मे व्याप्त से मालालाल
है.., देशवासी बेहाल है..
१५. देश के १२५ युवा आपके मेक इन इंडिया व स्किल इंडिया से पार्टी के
कार्यकर्ताओं से नेताओं की अपने प्रदेशों में बंदरबांट से महंगाई से अपने को MAHAN-GAI समझ रहें
१६. देश १९४७ से सत्ता परिवर्तन को आजादी का जश्न मनाकर.., सत्त्ताखोरो
सत्ताखोरों ने देशी - विदेशी माफियाओं के दंश से देशवासियों को घायल कर दिया है.
१७. दोस्तों, देश तो कर्ज़ो के, विदेशी बम्बू
(आधार) से खड़ा है ...जागो देशवासी, डूबते देश को बचाने से
पहले, देशी माफिया भेड़ियो, से निपटो ,
दुश्मन तो पहले से ही घात लगाकर बैठे है...हम अपने जवानो का सिरा
कटाकर दे सकते है....?????, लेकिन LOC ( LOVE OF COMBINATION-
प्रेम का बंधन) इजराईल की तरह, सीमा पार करने
की अनुमति दे सकते नही...???? लूट के खेल मे सत्ताधारी को तो
छोड़ो...????, विपक्षी भी इस प्रेम के बंधन मे इतने व्यस्त
है... कि उन्हे भी, देश की लूट से फुर्सत नही है...?????
साभार www.meradeshdoooba.com
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