१.
जरूर
पढ़े..,चेतो मोदी सरकार..., माफिया करे हुंकार.., हमारे और भी “अच्छे दिन” दिन आकर.. अब तो.., सीना तान कर कह रहें हैं हमें मिल रहा है.., मोदी
सरकार से पुरूस्कार .
.
प्याज मंत्री राम विलास भी राजनैतिक विलासिता का पासा फेंक कर बलवान से (उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री) देश के किसानों व जनता का मर्ज नहीं समझ पाए...!!!, खरबूजे को देखकर खरबूजा रंग बदलता इसी आड़ में सभी सब्जिया महंगाई की दौड़ लगाकर जनता के लिए एक पहेली बन गई है की क्या खाया जाय !!!. अब महंगाई की धार से जनता के खान पान का निर्धारण से जीवन के नैय्या पार हो रही है
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का अटपटा बयान, मैं चटपटा प्याज नहीं खाती हूँ .., अब इस महंगाई से देश की अर्थव्यस्था पटरी से बाहर जा रही है
२. क्योंकि नोट बंदी के बावजूद आज तक नए नोटों से काले धन व जमाखोरों की सम्पती को “राष्ट्रीय धन” नहीं है, घोषित..,, जनता है, शोषित .., इसलिए बढ़ रहा है माफियाओं का जूनून
प्याज मिल्खा सिंग से तेज १५० रूपये के पार व दालें मिसाइलें दौड़ लगा रही कर अपनी पुरानी कीर्तिमान को तोड़ने में होड़ लगा रही है..
३. इसरो के मिसाईल मिशन में कुछ मिसाईले प्रक्षेपण के बाद धराशाही होने के बाद सफलताएं मिली है (चंद्रयान २ ).., लेकिन १९४७ से आज तक माफियाओं द्र्वारा महंगाई के मिसाईल के मिशन में आसमान अनूकूल व खुला होने से अबाध गति से नित्य नए-नए प्रयोगों से सफल हो रहें है..
४. मिसाईल मैंन अब्दुल कलाम की आत्मा भी इस दिन को देखकर तड़फ कर आंसू बहा रही है.., मौत से पूर्व लोकसभा की हुड्दंग व आतंकवादियों की धटना से वे हो गए थे दंग कि पिछली सरकार के संविधान के दाग अब भी धुलने वाले नहीं हैं .., वे देश की ज्वलंत समस्याओं से आहत होकर इस देश को छोड़ कर चले गए
.
प्याज मंत्री राम विलास भी राजनैतिक विलासिता का पासा फेंक कर बलवान से (उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री) देश के किसानों व जनता का मर्ज नहीं समझ पाए...!!!, खरबूजे को देखकर खरबूजा रंग बदलता इसी आड़ में सभी सब्जिया महंगाई की दौड़ लगाकर जनता के लिए एक पहेली बन गई है की क्या खाया जाय !!!. अब महंगाई की धार से जनता के खान पान का निर्धारण से जीवन के नैय्या पार हो रही है
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का अटपटा बयान, मैं चटपटा प्याज नहीं खाती हूँ .., अब इस महंगाई से देश की अर्थव्यस्था पटरी से बाहर जा रही है
२. क्योंकि नोट बंदी के बावजूद आज तक नए नोटों से काले धन व जमाखोरों की सम्पती को “राष्ट्रीय धन” नहीं है, घोषित..,, जनता है, शोषित .., इसलिए बढ़ रहा है माफियाओं का जूनून
प्याज मिल्खा सिंग से तेज १५० रूपये के पार व दालें मिसाइलें दौड़ लगा रही कर अपनी पुरानी कीर्तिमान को तोड़ने में होड़ लगा रही है..
३. इसरो के मिसाईल मिशन में कुछ मिसाईले प्रक्षेपण के बाद धराशाही होने के बाद सफलताएं मिली है (चंद्रयान २ ).., लेकिन १९४७ से आज तक माफियाओं द्र्वारा महंगाई के मिसाईल के मिशन में आसमान अनूकूल व खुला होने से अबाध गति से नित्य नए-नए प्रयोगों से सफल हो रहें है..
४. मिसाईल मैंन अब्दुल कलाम की आत्मा भी इस दिन को देखकर तड़फ कर आंसू बहा रही है.., मौत से पूर्व लोकसभा की हुड्दंग व आतंकवादियों की धटना से वे हो गए थे दंग कि पिछली सरकार के संविधान के दाग अब भी धुलने वाले नहीं हैं .., वे देश की ज्वलंत समस्याओं से आहत होकर इस देश को छोड़ कर चले गए
५. चेतो मोदी सरकार.., जो माफिया अब भी आपको चहेते समझते है.., उनका भ्रम तोड़कर.., अब तो कुछ कार्यवाही करें ताकि महान राष्ट्रवादी भारत रत्न महामहिम राष्ट्रपति DR. APJ ABDUL KALAM व स्वेत / श्वेत व हरित क्रांति के नायक लालबहादुर शास्त्री की आत्मा को शांती मिले
६. देश का अन्नदाता किसान १९४७ से MAKE IN INDIA से भारत की तस्वीर से MADE IN INDIA बनाने के बावजूद माफियाओं द्वारा मूल्य के शोषण से ४० लाख से अधिक किसान आत्महत्या कर चुके हैं
७. दोस्तों .., याद रहे.., “आराम हराम है” के नारे से विदेशी हाथों से, अमेरिका के सड़े गेहूं के निवाले से.., देश की जनता को बुजदिल बनाकर , हमारे सेना के हौसले तोड़कर चीन से मिली हार .., और नेहरू की मौत के बाद भारी “कर्ज का शौच.” मात्र १८ महीनों में प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री ने साफ़ कर दिया था
.., जबकि मोदी सरकार के कार्यकाल -२ में ८ महीने बाद जनता के महंगाई से कच्छे पहिनने के दिन आ गए है.
८. याद रहे..., प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री ने इस सड़े गेहूं को बंद कराकर .., अमेरिका से कहा “हम ऐसा गेहूं खाने के बजाय मरना पसंद करेंगे ..,” देश के भू –धन व पशु धन से.., देश के जवानों व किसानों के बुद्धी बल –कर्म बल को पहचान कर, “जय जवान – जय किसान” के ज्वलंत नारे से .., हमारे अंग्रेजों के जमानों के हथियारों से.., अमेरिका के कभी न नष्ट होने वाले पेटंट टैंक का दावा करने का भ्रम तोड़ कर .., सेना के जज्बे से विश्व आश्चर्य चकित हो गया.
९. देशवासियों के अच्छे ही नहीं उन्नत दिन आकर ,देश विश्व गुरु बनने की दहलीज पर खड़ा था तब विदेशी ताकतों ने देशी माफियों के साथ मिलकर इस लाल का खून जहर से नीला कर , देश को पुन: विदेशी हाथों में जकड़ दिया और आज तक देश विश्व की आर्थिक गुलामी का शिकार होकर प्रत्येक व्यक्ती पर ७५ हजार रूपये से अधिक विश्व बैंक का कर्जा है.
१०. चेतो मोदी सरकार देश..,देशी- विदेशी माफियाओं से नहीं.., आप तो १२५ करोड़ की आबादी में ६५% युवा होने का तो दंभ भरते हो.
.
,
११. गावों में लाखों “अब्दुल कलाम” हैं., व सावरकर की विचारधारा से सिर्फ उनका जज्बा जगाने की जरूरत है.., लेकिन आपके शासन के इन युवाओं के ६८ महीने की आयु इस विदेशी कटोरे से धन बटोर कर योजनाएं बनाने में बर्बाद हो गए हैं ..,अब विदेशी धन से ये योजनाएं.., पिछली कांग्रेस सरकारों की तरह ही विदेशी हाथो संग मिलकर भोजनाएं बनेंगी..,
१२. सच्चाई है कि.., भ्रष्ट सरकारी कर्मचारियों के काले धन को खंगालने से तो देश का कर्ज चुक जाएगा व अधिकांश भ्रष्ट मीडिया-माफियाओं-राजनेताओं-
जागो देशवासियों , डूबते देश को बचाओ... वह दिन दूर नहीं... कहीं हम दूसरी बेड़ी में न जकड़ जाएँ....?????, दोस्तों क्या ये भ्रष्टाचार के विकास के नाम पर “भारत निर्माण” के नारे से आम आदमी का विनाश…??? या… मेरा देश डूबा..???
No comments:
Post a Comment