नरेन्द्र मोदीजी को प्रधानमंत्री पद, भाग -२ के शपथ विधी में यह चित्र
समर्पीत..........
१. मोदीजी विरोधियों पर धारा ३०२ लग गई है , भाजपा ३०३ सीटें व गठबंधन को ३५३ सीटों पर जीत से
अमेरिका व पश्चिम मीडिया की TIME पत्रिका ने २० मई २०१९ के
अपने मुख्य पत्र में आपके (मोदीजी) चित्र के साथ “DIVIDER IN CHIEF” हिन्दुस्तान देश के तुकडे करने वाला के शीर्षक के बाद , चुनावी नतीजे आने पर टाइम पत्रिका पर कालिख लग गई व उसकी हिन्दुस्तान के PAID
MEDIA के साथ ७२ साल से अधिक का गठबंधन की कलई खुलने पर अपने अगले अंक में लिखना पडा “इस जीत से मोदी ने भारत को एकजुट किया है”
(Modi has united India).
२. मोदीजी.., प्रधानमंत्री
के भाग -२ की यह शपथ..., आपके लिए आपके भाग -१ की नोट बंदी व
अन्य अधूरे कार्य के अनबुझी भ्रष्टाचार के अग्नि को ललकार की चुनौती है..,
३. इस शपथ से आपके पूर्ण
समर्पण से देश के युवक के आपके सहयोग में सौ पथ और आगे बढ़ेंगे ...,
•४. और अंततः वह क्षण आ ही गया जब भारत ने जाति और
धर्म से ऊपर उठकर , एक सच्चा लोकतंत्र बन कर अधिसंख्य जनता
में सुशासन की आशा जीवंत कर दी है,
•५. मैं सब भारतीयों के सम्मान तथा भेदभाव रहित सुखद
जीवन की आशा रखते हुए , ईश्वर का धन्यवाद करता हूँ. हां
अच्छे परिणामों के लिए हम सभी को सुधरना होगा तथा धैर्य से प्रतीक्षा करनी होगी,
अल्पसंख्यक भाइयों से भी अनुरोध है कि देश की मुख्यधारा से जुटें और
धार्मिक कट्टरता का त्याग कर आपसी मेलजोल को बढ़ावा दें, जय
प्रशस्त स्वस्थ सुन्दर शिक्षित स्वाभिमानी एवं समृद्ध भारत ॐ
६. अब नई व भावी पीढी की
ऊर्जा / अग्नि को राष्ट्रवाद के मशालों में भर कर ..., देश के युवाओं को जागृत कर ..., देश, सुलाम सुफलाम से भव्य बने....
७. राष्ट्रवाद जयते ...
आओं, पार्टी नहीं देश का पार्ट बने, “मैं देश के लिए बना हूँ””, देश की माटी बिकने नहीं दूंगा , “राष्ट्रवाद की खाद” से भारतमाता के वैभव से, हम देश को गौरव से भव्यशाली बनाएं
राष्ट्रवादी धारा, से किसी को हमारे वतन की माटी बेचने नहीं देंगे ...,
आओं, पार्टी नहीं देश का पार्ट बने, “मैं देश के लिए बना हूँ””, देश की माटी बिकने नहीं दूंगा , “राष्ट्रवाद की खाद” से भारतमाता के वैभव से, हम देश को गौरव से भव्यशाली बनाएं
राष्ट्रवादी धारा, से किसी को हमारे वतन की माटी बेचने नहीं देंगे ...,
८. दोस्तों...., सीमा पार दुश्मन भी चाह रहे है हम आपसी लड़ाई से
कमजोर हो जाये ताकि हमे सफलता आसानी से प्राप्त हो...
चले एक नए उमंग के साथ,उन्नत भारत से उत्थान.., देश बने महान से विश्व गुरू की कीर्ती से उन्नत हो यह धरती.
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