Sunday, 1 April 2018

दोस्तों..!!!!!, डूबते देश की कहानी...., वंशवाद और माफियावाद की खाद से, खा गई स्विस बैंक..., हमारी हरियाली का राष्ट्रवाद... के दी बर्बाद हमारे संविधान के बंद कर दिए कान... काले मन वाले बने उजियाले तन... लुच्चे टुच्चे , उच्चके बने संविधान की शान वोट बैंक की दीक्षा की महिमा से जाते-जाते अपने कर्मों से.. जनता के ताबूत हर गल्ली मुह्ह्ल्ले में पुतले बनाकर... अब निकले साबूत


हम हो रहे, बर्बाद हर दिन..., धार्मिक नहीं धर्म को ही तलवार से हलाक कर रहें हैं .., देशवासियों आप और हम ५ साल के रोते हुए चेहरें हैं , लोकतंत्र के मोहरें हो.., डूबते देश की यह मुहर है..,


सोनार बंगाल में बांग्लादेशी लोहारों (घुसपैठियों ) के प्रहार से. व जातिवाद के बिहार के बहार में धर्मवाद के तलवार से देश की दशा व दिशा बिगड़ रही है. देश को तोड़कर चुनावी साजिश से देश वासियों में रंजिश फैलाकर व जनता के सर फुटव्वल से बाजी जीतने के नेताओं की होड़ है..,


इसी धर्मवाद की लड़ाइयों में घुसपैठियों व आतंकवादियों के लिए यह सुगम वादी के साथ-साथ धन, धनाधन से देश के माफियाओं का विदेश में धन भेजने व पलायन से देश का क़ानून ७० सालों से हाथ मलता रहा है..
A राजा से L मोदी – N मोदी व Z – जेड ,झटपट माफिया मीडिया भी इस खेल को खेलने व दिखाने की आड़ में, देश की Z श्रेणी की क़ानून व व्यवस्था का संविधान को धत्ता दिखाते. देश का माल उड़ा ले गए..,




January 9, 2016 • फेस बुक व वेब स्थल की पुरानी पोस्ट
हम हो रहे,,बर्बाद हर दिन..., गुरुदासपुर व पठानकोट के आतंकवादी हमलों से हम अब भी नहीं चेते..,पूर्व राष्ट्रपति ए.पी.जे अब्दुल कलाम तो देश के मदिर में हुडदंग व गुरूदासपुर हमले से आहत होकर इस देश को अलविदा कह गए..., आज की ताजा घटनाओं से तो कब्र में उनकी माटी भी उनके आंसू लबालब होकर गीली हो गई है


देशवासियों तुम, हम तो ५ साल के लिए देश के रोते हुए चेहरें है...इनके मोहरें हैं ..., राष्ट्रवाद पर वोटबैंकवाद हावी है..., सत्ता का इनका भविष्य भावी है....
पहले मालदा में वोट बैंक का माल अदा होगा और अब पूर्णिया में इस खेल की पुरिया से सत्ताखोरों की टन और बढ़ते जायेगी ...


आजम खान के उतारू प्रदेश के बयान से कि वाले R.S.S. वाले शादी नहीं करतें हैं .., क्योकि वे सम लैंगिक हैं, की कि प्रतिक्रया के बयान से देश बर्बाद होकर माफिया-सत्ता खोरों के वोट बैंक के गठबंधन से देश की गांठ बनकर देश को बांध कर आतंकवादियों के सुगम रास्ता देकर.. देश को १९४७ के तुष्टीकरण से घुसपैठियों से आगे और खंडित करने का नया खेल खेला जा रहा है...


हर चुनाव में जनता को चुन-चुन कर मारा जा जा रहा है , हर धर्म के वासी का जीवन तो १९४७ के पहले से भी बदतर होते जा रहा है...,


वोट बैंक से...., धर्मगुरूओं के सत्ताखोरों की मिलीभगत से महलों से फतवा, आदेश जारी होता है... और गरीबों की झोपडिया जलती है...


१९४७ के सत्ता परिवर्तन की इतिहास देखे तो , हर चुनाव वंशवाद के दंशवाद में जातिवाद,भाषावाद,धर्मवाद ,अलगाव वाद का घोल मिला कर , घुसपैठीयों के चांदी के वर्क से सजाकर..., सत्ताखोर मिठाईया खा रहें है...


जजशाही,नौकरशाही,माफियाशाही सत्ताशाही के मजबूत जंजीरों के जोड़ से से आम आदमी जकड़ा हुआ है,,,


हम हो रहे बरबाद , हर दिन हर अफीम वाले नारों के साथ. नेताओ का जनता के नाम आधुनिक नारा-लडों और कहों, मेरा धर्म तुम्हारे धर्म से बडा और वोट बैंक हमारा...


May 10, 2014 फेस बुक व वेब स्थल की पुरानी पोस्ट
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दोस्तों..!!!!!, डूबते देश की कहानी...., वंशवाद और माफियावाद की खाद से, खा गई स्विस बैंक..., हमारी हरियाली का राष्ट्रवाद... के दी बर्बाद
हमारे संविधान के बंद कर दिए कान...
काले मन वाले बने उजियाले तन...
लुच्चे टुच्चे , उच्चके बने संविधान की शान
वोट बैंक की दीक्षा की महिमा से
जाते-जाते अपने कर्मों से.. जनता के ताबूत
हर गल्ली मुह्ह्ल्ले में पुतले बनाकर... अब निकले साबूत


गरीबी हटाओं , आराम हराम है, मेरा भारत महान
माफियाओं के मन की मुस्कान बनी भारत निर्माणसे बनी एक नयी जान
जनता लहूलुहान
योजनाओं को भोजनाएं बनाकर कर रहें बखान
आ कर दंश देने वाले आदर्श नेताओंकी अब बन गई गर्व की पहचान”....


सीमा पर दुश्मन घात लगाये बैठे है... और हरामखोर, सत्ताखोरों ने , सीमाओं को खुला छोड़कर ,जवानों के हाथ बांधकर , जवानों के सर कटाकर देश की अस्मिता को ताक पर रखकर, अब दलाली के इस खेल से, इतने मुस्टंडे हो गए है कि ... भ्रष्टाचारियों के कल्याण को...भारत निर्माण के नारों से देशवासियों को भरमा रहें है....
हे हरामखोर, सत्ताखोरों, तुमने तो, जवानों के आंसू से ही देश को डूबा दिया है....,क्या अभी भी शर्म बाकी है ..???


इटली के अदालत में पत्र पेश, सोनिया के करीबियों का खेल.., अब सी.बी.आई करेगी पत्र की जांच ...बोफोर्स के ६० करोड़ के घोटाले में ४०० करोड खर्च कर क्वात्रोची ..बना...??????.


Question-Expert-Tea, से सी.बी.आई. को चाय पानी पीला कर, अब कर रहा है कब्र में मौज , अब मिलेगा सी.बी.आई को नया मनी मून पैकेज , इसे कहते है, VVIP.... Very Variety Intelligent Politics,
चैन से जीना है तो ...जाग जाओ देश्वासियो..???
घुट-घुट के जीना है तो, समस्यायें देखकर आँखे बन्द कर लो यारों..???


दोस्तों जागो... मार्मिक स्तिथी है...डूबते देश को बचाओ,,, अब पानी सर से ऊपर जा रहा है... आओ प्रतिज्ञा करे देश के जवानों व किसानो की माटी बिकने नहीं देंगे... देश में किसी भी घुसपैठीये को वोट बैंक नहीं बनने देंगें


मैंने एक नया ग्रुप बनाया है - .....
धरती लुटी, जल लुटा, पाताल लुटा, और लुटा आकाश.... अब और मत बनाओ, आम हिन्दुस्थानियों को जिंदा लाश.....


बाबूजी यहाँ सब कुछ बिकता है, लेकिन लूट मे तो हर माल मुफ्त मिलता है ...
अब आम आदमीयों पर लगाओ, टैक्स , और भोगों सत्ता का सेक्स ( लूट और शोषण से अय्याशी का जलवा)


जागो देशवासियों हम राष्ट्रवाद की धारा मे आकर.., डूबते देश को बचायें ॥ सीमा पार दुश्मन भी चाह रहे है हम आपसी लड़ाई से कमजोर हो जाये ताकि हमे सफलता आसानी से प्राप्त हो...


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