भूटान के डोकलांग में हिन्दुस्तान के
दिवार की ब्रिक ( ईट ) देखकर चीन को हिन्दुस्तान की माटी की ताकत से अपने को पस्त
मानकर .., भाग गया ... भूटान को हिन्दुस्तान के भारतीय सैन्य और राजनयिक सहयोग की ताकत से दोस्ती की
गहराई का अब चीन को आभाष हो गया...,
१९६२ के दिन लद गयें हैं ..., २०१७ में हिन्दुस्तानी सेना के दुश्मनों से लड़ने का नया जज्बा से एक
विद्युत शक्ति से हमले की तरंग, सेना में पैदा हो गयी है ...
मित्रों वेबस्थल व फेस बुक की १६ अक्टूबर २९१६ की पुरानी पोस्ट
मोदीजी तुस्सी ग्रेट हो.., BRICS नही विश्व के आतकवादियों की BRICKS को तोड़ना जरूरी है.., २०१४ से आपकी नीती काम आई, समय के साथ राजनीती से कूटनीती से विश्व को कैसे पांवों तले रौदा जा सकता है ..,
सुपरपावर को समय से पावर से पावडर
बनाकर.., उन्हें ही उनके पावडर लगाकर एक कृत्रिम चहरे को
चमकार , उनके सत्कार से देश की रक्षा का चमत्कार हो सकता है
.., भले भी चीन आज आपकी आतंकवाद विरोधी नीती से गर्दन झुकाकर
सहमती न देकर अपना दाँव खेल रहा है.., लेकिन वह दिन दूर
नहीं.., जब आपके ५ साल के शासनकाल में घुटने टेकते हुए
मिलेगा...
July 19, 2014 की पुरानी सार्थक पोस्ट
जरूर पढ़े..,मोदीजी तुस्सी ग्रेट हो.., भले ही फ़ुटबाल में हमारा नम्बर १५० देशों के बाद है.., पिछले १० सालों में हम आतंकवाद को रोकने में फिसड्डी देशों में शामिल हों.., आतंकवादी हमारे यहाँ कबड्डी के कबाड़े का खेल खेलकर, वापस चलें जाते है..
जरूर पढ़े..,मोदीजी तुस्सी ग्रेट हो.., भले ही फ़ुटबाल में हमारा नम्बर १५० देशों के बाद है.., पिछले १० सालों में हम आतंकवाद को रोकने में फिसड्डी देशों में शामिल हों.., आतंकवादी हमारे यहाँ कबड्डी के कबाड़े का खेल खेलकर, वापस चलें जाते है..
लेकिन नयें नवेले प्रधानमंत्री नरेन्द्र
मोदी ब्राजील के ब्रिक देशों के समूह में गोल मारकर, अपने स्वाभिमानी गर्जना से सात समुंदरी देशों के सुप्रीमों से विश्व के
देशों में हमारी ताकत की झलक दिखा कर, दुनिया में हलचल मचाकर,
महाबली देशों के, लूट के खेल बंद होने की आहट
से आहत होने से खलबली मची है...
भले ही मानसूनी बादलों की देश भर में
गर्जना नहीं हुई है...,लेकिन मोदीजी की गर्जना
से विदेशी ताकतों की पेंट पैंट गीली हो गयी है..,अभी दो दिन
पहले लद्दाख में हमने चीनी सेना की घुसपैठ को नाकाम कर दिया है...
पिछले १० सालों में हमारे प्रधानमंत्री
से राजनयिकों ने, जो वार्ता के बहाने पिकनिक- पर्यटन (PICNIC)
मनाने गए थे..., और देशवासियों में (PANIC)
दहशत से आतंकवादियों को सत्कार से चिकन बिरयानी खिलाकर मीडिया व
विदेशी ताकतों से वाहवाही पाते रहे...
देशवासियों के अच्छे दिन तो आने वाले
हैं लेकिन विदेशी ताकतों के बुरे दिन आ गए हैं...
Deshdoooba Community
February 5, 2014 की पोस्ट के अंश ...
February 5, 2014 की पोस्ट के अंश ...
देश के, चीन से हाल ही के गुप्त समझौते से...????, चीन से लौटे विदेश मंत्री “विकलांग खुर्शीद सलमान’ जो देश के विकलांगो की लूट मे छूट की वीरता से … विदेश मंत्री बना… ने देश की अस्मिता को ताक में रखकर …चीन की भव्यता को देखकर , चीनी सरकार को अपना बाप मानकर बयान दिया …., “...यदि मुझे चीन की नागरिकता मिले तो, मैं … चीन में ही रहना पसंद करूंगा मैं चीन के विकास से बहुत ही प्रभावित हुआ हूँ ....”
अब सोनिया गांधी को भारतमाता कहकर …,
अब , “खुशी का आलम” बनकर,
जवानों को घटिया खाने के घोटाले बनें..., भ्रष्टाचारियों
के मयखाने से...., विदेशीयों के लिए तोहफे खानों का उपहार से
अब, ये कर रहा है दुश्मनों का उपकार ..!!!
जागो देशवासियों , डूबते देश को बचाओ... वह दिन दूर नहीं... कहीं हम दूसरी बेड़ी में न जकड़
जाएँ....?????, दोस्तों क्या ये भ्रष्टाचार के विकास के नाम
पर “भारत निर्माण” के नारे से आम आदमी
का विनाश…??? या… मेरा देश डूबा..???.
फेस बुक व वेबस्थल की
१, दिसंबर २०१४ की पुरानी पोस्ट
मोदीजी तुस्सी ग्रेट हो..., नवाब शरीफ का आतंकवादियों से शार्क का गुरूर, मोदी ने कर दिया चूर, अब हो गए हाथ मिलाने को मजबूर ..., आतंकवादियों के सम्मान से अपनी सत्ता चलाने का भ्रम अब उनका हुआ दूर...
दोस्तों.., लाल बहादुर शास्त्री के बाद में देश को एक शक्तिशाली प्रधान मंत्री मिला , जब मोदीजी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया तो एक विदेशी पत्रकार के इंटरव्यू में मोदीजी ने कहा “मैं हिन्दू राष्ट्रवादी हूं,,,”
अपने प्रखर राष्ट्रवाद से.., राष्ट्र की प्रबलता की झलक दिखाकर...., एक खल-खलता से बनें ,दुनिया की अलख
इन शब्दों से हमारे देश का विश्व के शोषण करने वाले, विदेशी देश, दुश्मन, देशी विदेशी माफिया वर्ग में..., “हिन्दू’’ और “राष्ट्रवादी”, ये मोदी के दो शब्दों से तहलका मच गया ..., व सत्ता पक्ष से देशी विदेशी माफिया शक्तियाँ, मोदी को प्रधानमंत्री पद में रोकने के लिए एकजुट हो गया..,
मोदीफोबिया से, मोदी को वीजा न देने वाले अमेरिका ने मोदी के चुनाव प्रचार के शुरूवात में, भारत में अपने राजदूत श्रीमती पावेल को इसलिए बर्खास्त कर दिया कि उसने मोदी के व्यक्तित्व , जूनून, प्रतिभा को गुजरात के चुनाव में मोदी की मुख्यमंत्री की चौथी ताजपोशी के बावजूद, मोदी लहर को भांपने में असफल रही...
मोदी के गुजरात दंगों में बेदाग़ छूटने के बावजूद .. देशी विदेशी मीडिया द्वारा मोदी के काल्पनिक बयान द्वारा अपने कार से एक कुत्ते के कुचलने को, अल्पसंख्यक वर्ग से जोड़कर, TRP से धनबल कमाकर, मोदीजी को सांप्रदायिक कह कुचलने के ख्वाब में खुद ही कुचल गई ...
अकेले दम पर “रेंगती भाजपा” को अपने दम व एक ही दंभ से.., “मिशन २७२+” का लक्ष्य प्राप्त कर देश व दुनिया को अचंभित कर दिया
“वसुधैव कुटुम्बकम” के नारे को “सबका साथ.., सबका विकास...” में परिवर्त्तित कर..., अमेरिका की आतंकवाद की नीती को UNO में लताड़ते हुए कहा .., अपनी कमी छुपाने के लिए GOOD तालेबान कहने पर दो टूक कहा.., आतंकवाद कभी GOOD नहीं होता है..., यही अमेरिका की दुगल्ली नीती, विश्व को अमेरिका की आतंकवादियों के चेहरों पर लाली है...
अमेरिका यात्रा में लोकप्रियता में राष्ट्रपति बराक ओबामा को पिछाड़ कर '' ना मैं खाता हूँ और ना ही खाने देता हूँ '' लालच देने वालों से अपना उपवास नहीं तोड़ता हूँ, क्योंकि मैं हिंदु राष्ट्रवादी हूँ..
यह उक्ति सही ठहराकर.., नवरात्रियों में उपवास रख सार्थक किया
ब्राजील में BRICS सम्मलेन में, चीन की ताकत को ठेंगा दिखाते हुए.. की BRICK (ईटें) तोड़कर, अपनी ताकत का लोहा मनवा लिया
चीन की दुश्मनी को दोस्ती का पांसा फेककर, चीन फंसा अपने ही जाल में...
जापान का सम्मान कर, सम्मान पाकर देश की अर्थव्यस्था को मजबूत करने का उठाया कदम...
भूटान, अमेरिका, श्रीलंका, बर्मा, बांग्ला देश का चीनी झुकाव मोड़ कर ..., प्यार से कर दिया, अपने पाले में...
ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री ने भी माना चमत्कार.., मोदी के राष्ट्रवाद के तेजस्वी व्यक्तित्व ने, मेरी लोकप्रियता का, हर लिया तेज
इंग्लैण्ड के प्रधानमंत्री ने भी मोदीजी का माना लोहा..., अब विश्व के देशों का , हिन्दुस्तान को लूटना... बना लोहे के चने चबाना...
मोदीजी तुस्सी ग्रेट हो..., नवाब शरीफ का आतंकवादियों से शार्क का गुरूर, मोदी ने कर दिया चूर, अब हो गए हाथ मिलाने को मजबूर ..., आतंकवादियों के सम्मान से अपनी सत्ता चलाने का भ्रम अब उनका हुआ दूर...
दोस्तों.., लाल बहादुर शास्त्री के बाद में देश को एक शक्तिशाली प्रधान मंत्री मिला , जब मोदीजी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया तो एक विदेशी पत्रकार के इंटरव्यू में मोदीजी ने कहा “मैं हिन्दू राष्ट्रवादी हूं,,,”
अपने प्रखर राष्ट्रवाद से.., राष्ट्र की प्रबलता की झलक दिखाकर...., एक खल-खलता से बनें ,दुनिया की अलख
इन शब्दों से हमारे देश का विश्व के शोषण करने वाले, विदेशी देश, दुश्मन, देशी विदेशी माफिया वर्ग में..., “हिन्दू’’ और “राष्ट्रवादी”, ये मोदी के दो शब्दों से तहलका मच गया ..., व सत्ता पक्ष से देशी विदेशी माफिया शक्तियाँ, मोदी को प्रधानमंत्री पद में रोकने के लिए एकजुट हो गया..,
मोदीफोबिया से, मोदी को वीजा न देने वाले अमेरिका ने मोदी के चुनाव प्रचार के शुरूवात में, भारत में अपने राजदूत श्रीमती पावेल को इसलिए बर्खास्त कर दिया कि उसने मोदी के व्यक्तित्व , जूनून, प्रतिभा को गुजरात के चुनाव में मोदी की मुख्यमंत्री की चौथी ताजपोशी के बावजूद, मोदी लहर को भांपने में असफल रही...
मोदी के गुजरात दंगों में बेदाग़ छूटने के बावजूद .. देशी विदेशी मीडिया द्वारा मोदी के काल्पनिक बयान द्वारा अपने कार से एक कुत्ते के कुचलने को, अल्पसंख्यक वर्ग से जोड़कर, TRP से धनबल कमाकर, मोदीजी को सांप्रदायिक कह कुचलने के ख्वाब में खुद ही कुचल गई ...
अकेले दम पर “रेंगती भाजपा” को अपने दम व एक ही दंभ से.., “मिशन २७२+” का लक्ष्य प्राप्त कर देश व दुनिया को अचंभित कर दिया
“वसुधैव कुटुम्बकम” के नारे को “सबका साथ.., सबका विकास...” में परिवर्त्तित कर..., अमेरिका की आतंकवाद की नीती को UNO में लताड़ते हुए कहा .., अपनी कमी छुपाने के लिए GOOD तालेबान कहने पर दो टूक कहा.., आतंकवाद कभी GOOD नहीं होता है..., यही अमेरिका की दुगल्ली नीती, विश्व को अमेरिका की आतंकवादियों के चेहरों पर लाली है...
अमेरिका यात्रा में लोकप्रियता में राष्ट्रपति बराक ओबामा को पिछाड़ कर '' ना मैं खाता हूँ और ना ही खाने देता हूँ '' लालच देने वालों से अपना उपवास नहीं तोड़ता हूँ, क्योंकि मैं हिंदु राष्ट्रवादी हूँ..
यह उक्ति सही ठहराकर.., नवरात्रियों में उपवास रख सार्थक किया
ब्राजील में BRICS सम्मलेन में, चीन की ताकत को ठेंगा दिखाते हुए.. की BRICK (ईटें) तोड़कर, अपनी ताकत का लोहा मनवा लिया
चीन की दुश्मनी को दोस्ती का पांसा फेककर, चीन फंसा अपने ही जाल में...
जापान का सम्मान कर, सम्मान पाकर देश की अर्थव्यस्था को मजबूत करने का उठाया कदम...
भूटान, अमेरिका, श्रीलंका, बर्मा, बांग्ला देश का चीनी झुकाव मोड़ कर ..., प्यार से कर दिया, अपने पाले में...
ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री ने भी माना चमत्कार.., मोदी के राष्ट्रवाद के तेजस्वी व्यक्तित्व ने, मेरी लोकप्रियता का, हर लिया तेज
इंग्लैण्ड के प्रधानमंत्री ने भी मोदीजी का माना लोहा..., अब विश्व के देशों का , हिन्दुस्तान को लूटना... बना लोहे के चने चबाना...
फेस बुक व वेबस्थल की १९
अगस्त २०१५ की पुरानी पोस्ट
१. मोदीजी.., तुस्सी “ग्रेट” हो.., दुनिया झुकती है.., झुकाने वाला चाहिए.., सीमा पर जवानो में जोश है... देशवासी गर्वित है लेकिन महंगाई से वह द्रवित है
२. मानसून...”, “राष्ट्रवादी मोदीजी..”, देश के लिए अपना मौन –SOON तोड़ों.., लोकसभा के बल को बढ़ाओ.., संसद की कार्यवाही के बल से ही देश का बल है.
३. आपकी एक साल तीन महीने की १८ घंटे की मेहनत से विश्व में देश के गरिमा की उपलब्धता से देशवाशी गर्वित है.., सीमा पर जवान स्फूर्तिक है..दुश्मन घायल होकर अपाहिज हो गया है..
४. लेकिने देश के छुटभैय्ये नेता अब भी मदहोश होकर लूट में छूट मना रहें हैं .., देश में प्याज ६० रूपये किलों होकर जनता के आंसूं से “ब्याज” वसूल रहें हैं.
५. दाल में १५० रूपये के काले से, काले माफिया.., देश के डाल –डाल में बैठकर, पेड़ को हिलाकर हरी पत्तियों को (गरीबों) हिलाकर हालाक कर रहें है..,
६. किसान बदहाल है.., जनता बेहाल है .., महंगाई चरम –सीमा पर होकर, गरीबों का चर्म खीचकर अपना कर्म कर रही है...
७. डॉलर 66रूपये को छूकर .., आपकी उमर पार करने को बेताब है .., गरीबों की मेहनत पर 66 हथौड़े मारकर .., देश के कर्ज का ब्याज वसूल रहा है
८. देश में व्यापक.., व्यापम .., व्यायाम के आयाम से माफिया पहलवान बन गएँ हैं...,
९. इस फेस बुक व वेबस्थल का स्लोगन आज भी सार्थक है .., भ्रष्टाचारियों पर, SLOW GUN से LOVE GUN की बहार से, भ्रष्टाचार की बयार से देश ग्रसित है... “मेरा संविधान महान.., यहाँ हर माफिया पहलवान..,” व “सत्ता मेवा है, इसकी जय है .., सत्य आत्महत्या कर रहा है..”
१०. आप तो १८ घंटे निष्ठापूर्वक काम करते हो .., यदि आपके मंत्री से संतरी व देश के २५ करोड़ से अधिक सरकारी कर्मचारी ८ घंटे इमानदारी से अपना काम करें तो “घंटनाद” से देश संवरने लगेगा.
११. चेतो मोदी सरकार....., लाल बहादुर शास्त्री ने तो “५० करोड़ देशवासियों के मुठ्ठी बल” से “सिर्फ १८ महीनों” में “जय जवान – जय किसान” से, पकिस्तान के पास हमारे से उन्नत हथियार होने के बावजूद,देश को विजयी बनाकर, “उनके ही देश में उन्हें धूल चटा दी थी...”, हमारा देश तो शक्तीशाली यूरोपीय देशों के कतार में शामिल हो रहा था.., और विश्व गुरू बनने के पहिले, “विदेशी हाथों” ने “देशी हाथों” से हाथ मिलाकर उनकी ह्त्या कर ..., भ्रष्टाचार की फसल बोकर , आज देश के किसानों की फसल खा दी है
१२.. देश की जय करने के लिये ,आज, गरीब से गरीब जवान – किसान, विज्ञान से अपनी प्रतिभा दिखाने को आतुर है .., लेकिन वह,भ्रष्टाचारियों से व्यापकता के बोझ तले दबा है..,
१३ . जनता हैरान.., परेशान है .., ‘अच्छे दिनों” की आस में अपने “१५ महीने” बर्बाद हो गए .., पार्टी के “जुमले” अब “अच्छे दिनों” की “६० महीने” व “विश्व गुरू” के “६०० महीनों” की बात से, जनता भी अब अपने को उपहासी समझ , भ्रमित है कि, क्या...???, “६० सालों की कांग्रेस नीती” के “मौन” का अध्याय की पुनराव्रिती के “मौन व्रत” से “सत्ता को धरोहर” मानने का नया खेल शुरू हो गया है...
सबका साथ सबका विकास, सबकी उन्नती , यह है.., हमारी नीती ..
भाया.., अब, हमारे “बुरे दिन” आ गए हैं..
१. मोदीजी.., तुस्सी “ग्रेट” हो.., दुनिया झुकती है.., झुकाने वाला चाहिए.., सीमा पर जवानो में जोश है... देशवासी गर्वित है लेकिन महंगाई से वह द्रवित है
२. मानसून...”, “राष्ट्रवादी मोदीजी..”, देश के लिए अपना मौन –SOON तोड़ों.., लोकसभा के बल को बढ़ाओ.., संसद की कार्यवाही के बल से ही देश का बल है.
३. आपकी एक साल तीन महीने की १८ घंटे की मेहनत से विश्व में देश के गरिमा की उपलब्धता से देशवाशी गर्वित है.., सीमा पर जवान स्फूर्तिक है..दुश्मन घायल होकर अपाहिज हो गया है..
४. लेकिने देश के छुटभैय्ये नेता अब भी मदहोश होकर लूट में छूट मना रहें हैं .., देश में प्याज ६० रूपये किलों होकर जनता के आंसूं से “ब्याज” वसूल रहें हैं.
५. दाल में १५० रूपये के काले से, काले माफिया.., देश के डाल –डाल में बैठकर, पेड़ को हिलाकर हरी पत्तियों को (गरीबों) हिलाकर हालाक कर रहें है..,
६. किसान बदहाल है.., जनता बेहाल है .., महंगाई चरम –सीमा पर होकर, गरीबों का चर्म खीचकर अपना कर्म कर रही है...
७. डॉलर 66रूपये को छूकर .., आपकी उमर पार करने को बेताब है .., गरीबों की मेहनत पर 66 हथौड़े मारकर .., देश के कर्ज का ब्याज वसूल रहा है
८. देश में व्यापक.., व्यापम .., व्यायाम के आयाम से माफिया पहलवान बन गएँ हैं...,
९. इस फेस बुक व वेबस्थल का स्लोगन आज भी सार्थक है .., भ्रष्टाचारियों पर, SLOW GUN से LOVE GUN की बहार से, भ्रष्टाचार की बयार से देश ग्रसित है... “मेरा संविधान महान.., यहाँ हर माफिया पहलवान..,” व “सत्ता मेवा है, इसकी जय है .., सत्य आत्महत्या कर रहा है..”
१०. आप तो १८ घंटे निष्ठापूर्वक काम करते हो .., यदि आपके मंत्री से संतरी व देश के २५ करोड़ से अधिक सरकारी कर्मचारी ८ घंटे इमानदारी से अपना काम करें तो “घंटनाद” से देश संवरने लगेगा.
११. चेतो मोदी सरकार....., लाल बहादुर शास्त्री ने तो “५० करोड़ देशवासियों के मुठ्ठी बल” से “सिर्फ १८ महीनों” में “जय जवान – जय किसान” से, पकिस्तान के पास हमारे से उन्नत हथियार होने के बावजूद,देश को विजयी बनाकर, “उनके ही देश में उन्हें धूल चटा दी थी...”, हमारा देश तो शक्तीशाली यूरोपीय देशों के कतार में शामिल हो रहा था.., और विश्व गुरू बनने के पहिले, “विदेशी हाथों” ने “देशी हाथों” से हाथ मिलाकर उनकी ह्त्या कर ..., भ्रष्टाचार की फसल बोकर , आज देश के किसानों की फसल खा दी है
१२.. देश की जय करने के लिये ,आज, गरीब से गरीब जवान – किसान, विज्ञान से अपनी प्रतिभा दिखाने को आतुर है .., लेकिन वह,भ्रष्टाचारियों से व्यापकता के बोझ तले दबा है..,
१३ . जनता हैरान.., परेशान है .., ‘अच्छे दिनों” की आस में अपने “१५ महीने” बर्बाद हो गए .., पार्टी के “जुमले” अब “अच्छे दिनों” की “६० महीने” व “विश्व गुरू” के “६०० महीनों” की बात से, जनता भी अब अपने को उपहासी समझ , भ्रमित है कि, क्या...???, “६० सालों की कांग्रेस नीती” के “मौन” का अध्याय की पुनराव्रिती के “मौन व्रत” से “सत्ता को धरोहर” मानने का नया खेल शुरू हो गया है...
सबका साथ सबका विकास, सबकी उन्नती , यह है.., हमारी नीती ..
भाया.., अब, हमारे “बुरे दिन” आ गए हैं..
फेस बुक व वेबस्थल की
अक्टूबर २० , २०१४ की पुरानी पोस्ट
देश में हुद – हुद का तूफ़ान,
विरोधी करें फरमान ,
मोदी क्यों संभाले हैं.., हमारे लिए तीर कमान,
क्यों नहीं सीमा पर खडें हो रहें..., निशाना तान...
देश के गद्दीदार कहें..,उन्हें गद्दार
मोदी ने अब कर दिया उनका नशा उतार,
मोदी की दहाड़ .., दुश्मनो को पछाड़ ..,
दुश्मन व विदेशी ताकतें अब गए उड़..
भाषावाद, जातिवाद, धर्मवाद के राज को ठोकर..,
सत्ता के मुख-मंत्री का उद्भव बनें जोकर,
जो, अभी भी भर रहा दंभ..,
मोदी के पाँव उठाने के खेल का मल खंभ ..
==========================
दोस्तों.., यह पिछले ६८ सालों से देश के डूबने की कहानी है...
जातिवाद, धर्मवाद, भाषावाद बनी वोट बैंक की तिजोरी ...
जिससे जनता को लगी भूखमरी से बीमारी ...
जब तक देश के नागरिक जातिवाद, धर्मवाद, भाषावाद के बन्धनों में जकड़े रहेंगें... देश आगे भी सैकड़ों सालों तक विदेशी आक्रमणकारियों के लिए लूट का मोहरा बनता रहेगा ...
दोस्तो... जिस देश मे राष्ट्रवाद नही है, वहां, कर्ज की महामारी है, सत्ता खोरो मे लूट की खुमारी है, जनता के शोषण से राष्ट्र को बीमारी है... यही डूबते देश की कहानी है, राष्ट्रवाद की पुकार से ही.. हो , राष्ट्र की ललकार...???? हर दहाड़ , दुश्मनों के लिए बने पहाड़...,
देश में हुद – हुद का तूफ़ान,
विरोधी करें फरमान ,
मोदी क्यों संभाले हैं.., हमारे लिए तीर कमान,
क्यों नहीं सीमा पर खडें हो रहें..., निशाना तान...
देश के गद्दीदार कहें..,उन्हें गद्दार
मोदी ने अब कर दिया उनका नशा उतार,
मोदी की दहाड़ .., दुश्मनो को पछाड़ ..,
दुश्मन व विदेशी ताकतें अब गए उड़..
भाषावाद, जातिवाद, धर्मवाद के राज को ठोकर..,
सत्ता के मुख-मंत्री का उद्भव बनें जोकर,
जो, अभी भी भर रहा दंभ..,
मोदी के पाँव उठाने के खेल का मल खंभ ..
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दोस्तों.., यह पिछले ६८ सालों से देश के डूबने की कहानी है...
जातिवाद, धर्मवाद, भाषावाद बनी वोट बैंक की तिजोरी ...
जिससे जनता को लगी भूखमरी से बीमारी ...
जब तक देश के नागरिक जातिवाद, धर्मवाद, भाषावाद के बन्धनों में जकड़े रहेंगें... देश आगे भी सैकड़ों सालों तक विदेशी आक्रमणकारियों के लिए लूट का मोहरा बनता रहेगा ...
दोस्तो... जिस देश मे राष्ट्रवाद नही है, वहां, कर्ज की महामारी है, सत्ता खोरो मे लूट की खुमारी है, जनता के शोषण से राष्ट्र को बीमारी है... यही डूबते देश की कहानी है, राष्ट्रवाद की पुकार से ही.. हो , राष्ट्र की ललकार...???? हर दहाड़ , दुश्मनों के लिए बने पहाड़...,
Let's not make a party but become part of the country. I'm made for the country and will not let the soil of the country be sold
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