१. हिंदुत्व ही बंधुत्व है, पूरा
विश्व ही हिन्दू का तत्व है..., अब आरक्षण,जातिवाद,भाषावाद की तलवार, एक
नई धार से, नेताओं के वोट बैंक की दांत की चमक के पैने पन की
तस्वीर से, आज देश ऊंचाई को छूने की बजाय “बौना” होते जा रहा है..,
२. विदेशी हाथ,विचार,संस्कार ,भाषा से देश के स्वाभिमान को कलुषित कर,
हमारे गौरवशाली अतीत से विश्व गुरू की क्षमता दिखाने के बजाय इन
राजनेताओं ने ७० सालों से विदेशी हाथों से विदूषक बनकर,विदेशी
कठपुतली बनकर, देश की खिल्ली उड़ा रहें है ..,
३. आजादी के मसीहा कहकर, छद्म पुतलों व सडकों के नाम देखकर.., देश को “चौपटनगरी”
कर, अंधे राजाओं को देखकर , आज भी भारतमाता “आह” भर..,
कराह कर, कह रही है.., ७०
सालों बाद भी..!!!, मेरे १३० करोड़ बेटों को किस तरह, विदेशी हाथ- विदेशी साथ – विदेशी विचार- विदेशी
संस्कार , जाति, भाषा व धर्मपरिवर्तन
से आपस में, लड़ाकर..., कैसे मेरे कटे
अंगो के घाव सहित , पुन: मुझे विदेशी जंजीरों से बांधने का
प्रयास किया जा रहा है.
४. कहां गए...!!!!!, मेरे वीर
सपूत विनायक सावरकर, भगत सिंग ,राजगुरू,
आजाद, सुभाष चन्द्र,रानी
लक्ष्मीबाई पुत्री व अन्य लाखों क्रांतीकारी जिनके विचारों को ताबूत में बंद कर
दिया.., क्या आज की गुलामों की शिक्षा से, अब अब्दुल कलाम जैसे राष्ट्रवादी प्रतिभाओ का जन्म होगा...
५. वासुधैव कुटुम्बकम के इस धागे में,
धर्म परिवर्तन, जातिवाद, भाषावाद, अलगाववाद व घुसपैठीयों के वोट बैंक के
विभिन्न रंगों के लेप से इस हिन्दुस्थानी धागे को तोड़कर , बहुत
सारे खंडित धागे बनाने के लिए विदेशी आक्रमणकारीयों..., के
बाद विश्व के देशों व अब तो देशी मीडिया भी इस गलिछ्ता से गलीचे वाला जीवन जी कर
हिंदुत्व के ठेकेदार से “स्टार चैनल” से
विदेशी संस्कृति से देश को “विकृत” कर
दलाल बन कर देश को हलाल कर रहें है..,
६. विश्व चाहता है कि कैसे हम इन
हिंदुस्थानी धागों को तोड़कर , टूटे
धागों की गाँठ बांधकर, हमें, नए
गुलामों की जमात बनाकर..., एक मजबूत रस्सी से बाँध कर
रखें...,
७. हिंदुत्व तो ...,
मातृत्व-माता (वन्देमातरम),/ पितृत्व-पिता
(राष्ट्रवाद),/गुरुतत्व-गुरू (वैदिक वैज्ञानिक ज्ञान से गुरू
है) व वासुधैव कुटुम्बकम (भाई-बहन चारा ) के असंख्य धागों का योग है...
हम प्रतिज्ञा ले.. इस राष्ट्रवादी धागे को और मजबूत बनाएं...
हम प्रतिज्ञा ले.. इस राष्ट्रवादी धागे को और मजबूत बनाएं...
Let's not make a party but become part of the country. I'm made
for the country and will not let the soil of the country be sold. के संकल्प से गरीबी हटकर, भारत निर्माण से, इंडिया शायनिंग से, हमारे LONG – INNING से, “FEEL GOOD FACTOR” से देश के अच्छे दिन
आयेंगें..,
No comments:
Post a Comment