काम , क्रोध , लोभ, मोह .., मोदी के (काम) पुरूषार्थ से, राष्ट्रवादी कार्य से पहिले मेरे १३० करोड़ देशवासी को जो १% धन्ना सेठ,
मीडिया-माफिया-जज शाही- नौकरशाही की शाही ठाठ-बाट से देश की
अर्थव्यस्था को दिशा से देश की दशा गर्त में जा रही थी.., अब
माफियाओं में इस कदम के (क्रोध) से भारत बंद से , धन के
(लोभ) से वंशवाद का (मोह) के धन की गंगा के गंदे खेल में अब वें स्वंय बह गए है...
सत्ता अय्याशी का अड्डा, आम लोगों
को क़ानून के गड्ढे में डालकर.., रिश्वत बल से १३० करोड़
देशवासियों का मनोबल, श्रमबल से देशवासी निराश थे ..,
अच्छे दिनों का तो माफिया उपहास कर देश का हार्स (अवमूल्यन) कर रहे
थे .
यदि देश को १८ घंटे काम करने वाले ५४२ सांसद मिले तो लोकतंत्र के
मंदिर की घंटियों की गूँज विश्व में फ़ैल जायेगी .
यदि देश के सरकारी कर्मचारी,चपरासी.पटवारी
व नीजी संस्थानों के अधिकारी व उनकी टीम , ८ घंटे के अतरिक्त
१ – २ घंटे अतिरिक्त पारश्रमिक देश को दान दे व सरकार द्वारा
साल की २६ अवकाश को घटाकर १० कर व एक दिन का साप्ताहिक अवकाश कर दिया जाए व देश के
१३० करोड़ देशवासियों में, बिना स्वार्थ के यह भावना आ जाये
कि मैं देश को और कितना दे सकता हूँ.., तो ५ सालों में हरेक
देशवासी राष्ट्र की सम्पन्नता से माला-माल होकर, जातिवाद –भाषावाद-अलगाववाद-घुसपैठियों का सूपड़ा अपने आप साफ़ होकर, देश विश्वगुरू बन जाएगा..
पुरानी वेबस्थल व फेसबुक की – लोकसभा
चुनाव २०१४ की मोदी के जीत के पहिले की May 6, 2014 • पोस्ट
राष्ट्रवादी मोदी शेर है.., बाकी सब ढेर है.., इस देश में.., मोदी ही एक शक्ती है जो इस सत्ता की MUSICAL CHAIR को... मोदी.., (MODI+KAL = मोदी कल, से) कल के मोदी से देश को संभालने की अद्भुत ताकत से..., राष्ट्रवादी धार से देश को स्वाभिमानी बना सकते है...
देश के इस अश्वमेघ घोड़े के पकड़ने में .. विपक्ष इसे दौड़ से पकड़ने
की बजाय भद्दी बयानबाजी की रेस में कीचड़ बनकर... कमल को खिलाने की होड़ में है.. ,
मोदी के विकास से.., शेर के राष्ट्रवाद से दहाड़त्व की गर्जना से...,
भ्रष्टाचार के जंगलों में हाहाकार मच गया है, अब जातिवाद, भाषावाद, धर्मवाद, अलगाववाद का मांस से मुस्टंडे बने जानवरों को भुखमरी से मरने का खौफ छाया है ...
देश में मोदी लहर , विदेशी
ताकतें.., अब बेअसर , आतकवादियों को अब
हो रही फिकर. काफिर अब करें फिकर, सोनिया को अब लगे सत्ता एक
जहर, उमर अब्दुल्ला को लग चुका है.., धारा
३७० अब हो जायेगी बेअसर, “आप पार्टी” का
कश्मीरी मुर्गा का “कूक्डू शोर” का
नौटंकी शो. अब कूड़ा में जाकर.. अब हो गया है, बेअसर .... वोट
बैंक से तुष्टीकरण करने वालों , मृग मारीचिकाओं का , अब देश से होगा हरण..
वहीं .., नौटंकीवाल , अन्ना को गन्ना
से चूसकर... जनलोकपाल की बुझी हुई मशालों की लकड़ी से तो मुर्दे भी नहीं जलतें है,
इसीलिए ४९ दिनों में जनलोकपाल के लौं न जलने से भाग खड़े हुए...,
अब जनता को और भ्रमित मत कर रहें है..
वहीं समाजवादी ... अब समाज से देश को तोड़ों के बयानों से इस
छ्क्केबाजी (नपुंसक) बयान तो सीमा पार पाकिस्तान तक पहुंचा कर अब तक के सबसे सफल
बल्लेबाज से कांग्रेस भी पीठ थपथपा रही है...
दुश्मन भी सोच रहें है ... गेद हमारें पालें में आ गई है... अब इस मुद्दे के गेंद से अब हम इससे ऊंचा दाँव खेलेंगे
मायावती तो.., अपने हाथी के मूर्तियों
के बोझ से दबी हुई है... दलित भी इसे देखकर अपने को ठगा महसूस कर रहा है....
आम आदमी के चिन्ह वाले हाथ से जवानों के हथियार घोटालों से लेका
जवानों की सीमा पर सिर काटने से ह्त्या हो रही है...
राष्ट्रवादी पार्टी भी कृषी मंत्री के भेष में किसानों से
आत्महत्या करवा रहा है..
माफिया भी इस चुनाव में अपने काले रंग के निकलने के डर से ... देश
के राष्ट्रवादियों को दबाने के लिए, अपने धन के
अलावा..., फोर्ड फाउंडेशन भी इस खेल में शामिल हो चुका है...
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