जागो देशवासिओं..,
फ़्रांस से हमें सिखना होगा.., अब राजनीती
नहीं.., राष्ट्रनीती का वक्त आ गया है...
कसाब का हिसाब V/s फ्रांस के पेरिस पुलिस का पौरूष
२६/११ के कसाब
का हिसाब ..जय हो.., राष्ट्रवादी मच्छर, सच में तुम तो हो ज्ञान के सागर
...
१. हमने मुम्बई आतंकी हमले का
७२ घंटों को घाव बनता दिखाकर दुनिया को
जीवंत प्रसारण दिखाकर.., सहानूभूति की
गुहार लगाते रहे .., जबकि फ़्रांस ने त्वरित कारवाई कर इसे ५ घंटे में ख़त्म कर दिया.
२. हमारी सुरक्षा एजेंसी दिल्ले से मुम्बई हवाई जहाज से पहुँची लेकिन २४ घंटे तक ताज व
ट्रिडेंट होटल में आतकवादियों से लड़ने की अनुमति नहीं मिली .
३. वहीं नरीमन हाउस पर हमले पर इजराईल ने हमें बुजदिल कौम करारते हुए
कहा यदि तुममें हौसला नहीं है तो हमारी सुरक्षा एजेंसी इसका त्वरित निदान करेगी
४. हमारे सत्ताखोरों ने इस प्रसारण से आतंकवादियों के आकाओं को सुलभ
मार्ग दर्शन से लोगों को चुन चुन कर मारने का आदेश मिला जबकि फ़्रांस की सरकार ने
इस कार्य को पूरा न होने तक इसकी सूचनाएं गुप्त राखी
५. फ़्रांस के फूटबाल मैच के दौरान बाहर निकलकर राष्ट्रपति स्टेडियम के
कंट्रोल रूम से जानकारी लेकर आगे की कारवाई का मार्गदर्शन करते रहें.., जबकि
मुम्बई के कंट्रोल रूम से मुख्य मंत्री से राजनीती के संतरी ने आने की जरूरत नहीं
समझी.., जबकि महाराष्ट्र के पुलिस कमिश्नर हसन गफूर .., जिन्हें कंट्रोल रूम की
जिम्मेदारी दी थी .., इस भयावता देखकर मार्ग दर्शन देने की बजाय वहां से रफू चक्कर हो गए
६. हमने
मौत के आंकड़े जोर शोरों से प्रचार कर..,मीडिया भी TRP से मालामाल हो गई वहीं फ्रांस इसे अपनी अस्मिता पर भयावह हमला मानकर
दुनिया को मौत के सही आंकड़े न बताकर इसे अपनी खिल्ली मानकर, इसके प्रतिशोध की तैयारी कर
रहा है
७. दोस्तों
बाटला हाउस के आतकवादियों के मुठभेड़ में देश के लिए अपनी जिंदगी कुर्बान
करने वाले अपनी नौकरी में सात बार वीरता पुरस्कार पाने वाले जांबाज शहीद इंस्पेक्टर मोहन चंद्र शर्मा द्वारा २ आतंकवादियों को
ढेर करने पर.., इसे फर्जी मुठभेड़ की संज्ञा देकर कोर्ट द्वारा फटकार मिली , वही हरीश रावत द्वारा
५० लाख की नकद राशि विधवा शर्मा के घर जाकर देने पर विधवा ने फटकारते हुए यह नकद
राशी लेने से इनकार करते हुए कहा मेरी पति
की शहादत पर राजनीती का शहद मत खाओं
८. वहीं,
इशरत जहां को भी फर्जी मुठभेड़ कहने पर
अमेरिका .
के
जासूस हेडली द्वारा अल कायदा का एजेंट करार देने व सुप्रीम कोर्ट द्वारा लताड़
मिलने पर देश के राजनेताओं से बुध्हिजीवियो बुद्धीजीवियों की जबान बंद हुई
भाग
-२
जाने..,
आतंकी कसाब को “कोहिनूर हीरा” बना कर सत्ता चमकाने का खेल.....
१. एक आतंकवादी को “अति विशेष अतिथी” बनाकर १०० करोड़ रूपये से ज्यादा खर्च.....
२. इंग्लैण्ड के कोहिनूर हिरे की रखवाली से जादा सुरक्षा .......
३. उम्र जानने के लिए दांतों की जांच.......
४. छीक आने पर नशेड़ी नेताओं को बुखार.......
५. गाली देने पर विशेष चिकन बिरयानी.......
६. तबियत व सुविधा की कमी जानने के लिए, महाराष्ट्र के गृह मंत्री आर.आ. ,पाटिल व भा.ज.पा के विपक्षी नेता एकनाथ खडसे की सद्भावना मुलाक़ात.......
७. मुम्बई के सरकारी... जे.जे अस्पताल में लाखों रूपये खर्च कर विशेष अतिथी के रूप में, ईलाज के लिए अलग कमरे का निर्माण , लेकिन कसाब का वहाँ नही हुआ पदार्पण.......
८. कसाब को कोहिनूर हीरा मानकर , अमेरिका को बाप मानकर लगाई बड़ी गुहार , पाकिस्तान द्वारा अपने देश का नागरिक न होने की कहकर... , हिन्दुस्तान को दी दुत्कार...
९. टी.आर.पी. से प्रिंट व मीडिया बना मालामाल.......
१०. कसाब बना अन्तराष्ट्रीय चमक वाला हीरा.......
११. आर्थर रोड जेल के कैदियों को मलाल , हमारे एक ओराप की नाही है , क़द्र ...???. और ३०० से ज्यादा हत्या करने वाला अपराधी कसाब है.... भद्र ....????????????? .......
१२. पुलिस द्वारा कसाब की शारीरिक क्षमता जांचने पर.... कसाब १० से भी ज्यादा पुलिस वालो.पर पडा भारी... पुलिस बल भी हक्का बक्का....????? .......
१३. सुनवाई में कसाब के लिए विशेष , मीडिया व्यवसायी की, व समाचार वाहनों की भीड़ से ट्रैफिक जाम , रोड पर चलने वाली जनता परेशान.......
१४. आरोप पत्रों के कागजो का वजन , कसाब से दुगना ... और वकिल जजों , मीडिया की कमाई १०० गुना.......
१५. कसाब के खर्च का हिसाब... राज्य सरकार के दिवालिया होने के बाद में ... केंद्र सरकार द्वारा पैसे देने में आनाकानी.......
१६. इतनी VVVVV.... IIIIII..... PPPPP.... अमेरिका के राष्ट्रपति ओबामा के सुरक्षा से... कसाब के सुरक्षा का कवच भारी.......
१७. करोड़ों के अंडा सेल में उसने देश की कितनी मुर्गी मारी ...इसका कोई हिसाब नहीं है...??????????? .......
दोस्तों यह सब देखकर, “अति विशेष अतिथी” फांसी की कतार में रहकर ....आजीवन मुर्गीया न खाता रहे ... तब...., एक राष्ट्रवादी मछर को बहुत गुस्सा आ रहा था , वह देश की मुर्गीयों (खजानों) को ही न खाली कर रहे है ... व इसके आड़ में, सत्ताधारी सत्ता के नशे की शराब से, देश के बड़े घोटालों व सीमा पर जवानों की सुरक्षा व अन्य समस्याओं को वे मीडिया चैनलों के कोट से ढक रहे है.
१८ इसी की आड़ में बुलेट प्रूफ से हत्यारों की खरीद में घोटाला , ऐक-४७ के ४७ से.., ज्यादा बार खरीद के नाम से योजनायें बनाना...
१९, केद्र सकार द्वारा, हत्यार देने की बात पर राज्य सरकारों का इनकार करना, विदेशी प्रशिक्षको द्वारा कमांडों ट्रेनिग से पुलिस दल का, ट्रेनिग से भागना , शेष मिले हत्यारों, स्पीड बोटों व अन्य का जंग से खराब होना...
२० महाराष्ट्र के गृहमंत्री का स्काटलैंड पुलिस से शहर की सुरक्षा के नाम से विदेशी दौरा कर , सी.सी.टी.वी.लगाने की कीमत बार बार बढाए जाने पर भी . कैमरे की योजना से जनता को बहक्लाना...
२१ कसाब के स्वागत की प्रेरणा से आतंकवादियों द्वारा, धमाके से अपना कर्म के चुपचाप निकल जाना...
२२. हेमत करकरे व अन्य की मौत पर , आतंकवादी से ज्यादा आरोप... पार्टीयो के अंदरूनी आरोपों से सत्ता हांक रहे थे...
तब एक राष्ट्रवादी मच्छर , गुस्से से लाल पीला होकर, देश के महाडॉन का रक्त चूसकर , डेंगू के बीज का महादान कर, अपने जज्बे से कसाब का हिसाब कर, उसे हमेशा-हमेशा के लिए सुला दिया ...
जय हो.... मच्छरों के महाबली , आपने तो अपने डंक से.... अंडा सेल को भेदकर (जिसे सता के नशेड़ी..अभेद, बुलेट प्रूफ , बम प्रूफ कहते थे)... सच में आपके बहादुरी के सामने , भारत को रत्न समझक्र लूटने वाले नेताओं का नशा उतारने की एक मशाल हो....युवाओं को प्रेरणा की एक मिशाल हो... मच्छरों में बेमिसाल हो.... देश आपका ऋण कभी नहीं चुका सकता है....तुम्हे कोटि –कोटि प्रणाम ....क्योकि इसकी भनक तो प्रधानमंत्री मौन मोहन सिंग को भी नहीं लगी....????
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