१ मोदीजी
तुस्सी ग्रेट हो.., .., दुनिया झुकती है.., झुकाने वाला चाहिए.., सीमा पर जवानो में जोश है... ..दुश्मन
घायल होकर अपाहिज हो गया है.., विदेश में आपका डंका बज रहा है.., लेकिन देश
के, माफियाओ की सोने की लंका विस्तारित होते ही जा रही है.
२ देशवासी
गर्वित है लेकिन महंगाई से वह द्रवित है
३ आप जैसे प्रदेश को १८ घंटे काम करने वाले,आप
जैसे ४० मुख्यमंत्री व ४० लाख राष्ट्रवादी
कार्यकर्ता चाहिए.., आप प्रधानमंत्री के
साथ विदेश मंत्री की अपनी अथक प्रयास से थक जाने से आपके जूमला कार्यकता अटपटे
बयानों से व नौकरशाही भी कांग्रेसी राज की तरह भ्रष्टाचार के नशे में झूम रहें हैं..,
४ देश के छुटभैय्ये नेता अब भी मदहोश होकर
लूट में छूट मना रहें हैं .., कागजों पर बड़ी योजनाओं
से आपको भ्रमित कर, इस कागज़ को हवा में उड़ाकर रंगीनी गुब्बारों का खवाब दिखा कर सीना ठोक
-कर अब, जनता से कह रहें हैं..., रोटी अब
कोई मुद्दा नहीं होगा , अब तुम्हारे लिए
स्मार्ट सिटी बनाकर.., पीजा, बर्गर से आपका पेट भरेंगें..
५ जनता हैरान.., परेशान है
.., ‘अच्छे दिनों” की आस में आपसे, देश के “१६ महीने” बर्बाद
हो गए .., पार्टी के “जुमले” अब “अच्छे दिनों” की “६० महीने” व “विश्व गुरू”
के “६०० महीनों” की बात
से, जनता भी अब अपने को उपहासी समझ , भ्रमित
है, कि, क्या...???, “६० सालों की
कांग्रेस नीती” के “मौन” का अध्याय की पुनराव्रिती के “मौन व्रत” से “सत्ता को धरोहर” मानने का
नया खेल शुरू हो गया है...
६
देश में
प्याज ६० रूपये किलों होकर जनता के आंसूं से “ब्याज”
वसूल रहें हैं..., दाल में १५० रूपये के काले से, काले माफिया.., देश के डाल –डाल
में बैठकर, पेड़ को हिलाकर हरी पत्तियों को (गरीबों) हिलाकर
हालाक कर रहें है..,
७
किसान बदहाल
है..,
जनता बेहाल है .., महंगाई चरम –सीमा पर होकर, गरीबों का चर्म खीचकर अपना कर्म कर
रही है..
८
. डॉलर ६७
रूपये को छूकर .., आपकी उमर पार कर, अब और बेताब होकर देश का उस्ताद बनकर, जनता को अवसाद
ग्रस्त बनाते जा रहा है .., गरीबों की मेहनत पर
६७ हथौड़े मारकर .., देश के कर्ज का ब्याज वसूल रहा है
९
देश में
व्यापक..,
व्यापम .., व्यायाम के आयाम से माफिया पहलवान
बन गएँ हैं...,
१०
इस फेस बुक व वेबस्थल का स्लोगन आज भी सार्थक है
..,
भ्रष्टाचारियों पर, SLOW GUN से LOVE
GUN की बहार से, भ्रष्टाचार की बयार से देश
ग्रसित है... “मेरा संविधान महान.., यहाँ
हर माफिया पहलवान..,” व “सत्ता मेवा है,
इसकी जय है .., सत्य आत्महत्या कर रहा है..”
११
आप तो १८ घंटे
निष्ठापूर्वक काम करते हो .., यदि आपके मंत्री से संतरी व देश
के २५ करोड़ से अधिक सरकारी कर्मचारी सिर्फ ८ घंटे ही 100% इमानदारी से अपना काम करें तो “घंटनाद” से देश संवरने लगेगा.
१२
चेतो मोदी
सरकार....., लाल बहादुर शास्त्री ने तो “५० करोड़ देशवासियों के मुठ्ठी बल” से “सिर्फ १८ महीनों” में “जय जवान
– जय किसान” से, पकिस्तान
के पास हमारे से उन्नत हथियार होने के बावजूद,देश को विजयी
बनाकर, “उनके ही देश में उन्हें धूल चटा दी थी...”, हमारा देश तो शक्तीशाली यूरोपीय देशों के कतार में शामिल हो रहा था..,
और विश्व गुरू बनने के पहिले, “विदेशी हाथों”
ने “देशी हाथों” से हाथ
मिलाकर उनकी ह्त्या कर ..., भ्रष्टाचार की फसल बोकर ,
आज देश के किसानों की फसल खा दी है’
१३
“जय जवान – जय
किसान” की जीत की ६० वीं बरसी से देशवासियों का सेना
सीना ६५ इंच का बन गया है..., देश आतुर है
कि आप देश के आतंरिक माफियाओं से, हमें जल्द ही हमें मुक्ती दोगे..., लेकिन वह दिन
भी दूर नहीं जब जनता को सडकों पर उतरकर...,देश को डूबोनेवालों से प्रतिशोध लेकर इनकी हेकड़ी दूर कर देंगें..
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