दोस्तों.., सीमा पार दुश्मनों की ललकार,
देश में आरक्षण की तलवार, से अब सेना, सीमा से हटकर, देश के भीतरी दुश्मनों से लड़ने को
मजबूर है.., अब लोक सभा बनी हुडदंगी लोगों की भ्रष्टाचार की
गंगा , जातिवाद भाषावाद, व अफीमी नारों
से बेहोश हिन्दुस्तानी, अभी भी भूखा नंगा ..
आरक्षण को जड़ से उठा के फेक देना चाहिये मेरे हिन्द देश से..,”आरक्षण हटाओं , डूबते देश को बचाओं..,”
आरक्षण को जड़ से उठा के फेक देना चाहिये मेरे हिन्द देश से..,”आरक्षण हटाओं , डूबते देश को बचाओं..,”
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