आजादी के झाँसे से.... हम वोट बैंक के नाम से खिलवाड़ कर सकते है...??? घुसपैठीयों को हम देश मे, 600 रूपये मे घुसाकर...??/, उनके नाम पर विशेष योजना व आधार कार्ड बनाकर, हम सत्ता का बेजोड़ आधार बनाकर, देशवासियों को आतंक का डर दिखा सकते है, हम... जवानो के हाथो को बाँध कर व पाँवो मे बेड़िया डालकर... उनके सर कटा कर दे सकते है लेकिन हम LOC-(LOVE OF COMBINATION-प्रेम के जोड से – देश को तोड़ सकते है...??) पार करने की अनुमति दे सकते नही...???
26/ 11 हमले के दौरान , सीमा पार से, आतंकवादियो के आँकाओ ने, भारत सरकार को खुली चुनौती देते हुए कहा , हिन्दुस्तान मे हमारे लाखो समर्थक है... रोक सके तो रोको ...?? सरकार ने आंखे मूँद ली और जनता भी यह चुनौती भूल गई है ...???? आज देश मे 10 करोड़ घुसपैठीये है...???????????????????????
आज चीन हमसे दो साल बाद आजाद होने के बावजूद , जनता को राष्ट्रवादीयो का बैंक बनाकर, चीन जो जापान का गुलाम था ...???? ,आज, उसे धमकी दे रहा है... अमेरिका भी उससे थर्रा रहा है, उससे, सीधा पंगा नही लेता है ...????
मेरे वेबस्थल की 3 नवंबर 2012 की प्रवष्टि के अंश... घुसपैठ-इसका ईलाज...????
इसका उदाहरण चीन है, जहाँ एक दम्पति सिर्फ एक संतान पैदा कर सकता है, 6-7 महिने पहले मैने एक खबर पढी थी , सुदूर गाव मे एक महिला को 8 महिने का दूसरा गर्भ था, जब सरकार को पता चला तो उसने, उसका पेट फाड कर संतान को मार डाला और महिला को जेल मे डाल दिया.
क्या आप कल्पना कर सकते है ?, कि चीन कोइ घुसपैठ सहन कर सकता है.
हमारे देश मे तीन प्रकार की घुसपैठ है
1. सीमा पार से घुसपैठ – 10 करोड से ज्यादा – देश मे 30% से ज्यादा की विकास दर है (G.D.P.-घुसपैठीया डेवलपमेट प्रोग्राम – 30% से ज्यादा)
2.देश मे घूस पैठ – रिश्वत की पैठ – देश मे 300% से ज्यादा की विकास दर है
और सरकार, घरेलू विकास दर 5% भी नही पहुँचने पर चितित है
3. इस घरेलू विकास दर को बढाने के लिये सरकार विदेशी धन माफियाओ की घुसपैठ करा रही है , वे सरकार के मिलीभगत से, झूठा विकास दिखाकर, जनता को भरमाकर, लूटेरो के साथ अपनी भगीदारी कर, सत्ता धारी अपने खजाने भर रहे है. इनकी पूजी 300-3000 गुना से ज्यादा बढ रही है और जनता अपने आपको लूटते हुए देख रही है
मेरे 16 अक्टूबर की प्रवष्टि के अंश......आज हम 65 साल बाद भी पीछे क्यो? हम विदेशीयों का मुँह क्यो ताकते है???
1.विदेशी भाषा, विदेशी विचार, विदेशी संस्कार, विदेशी हत्यार, विदेशी हाथ, विदेशी बात.
अभी हाल मे ही हमारी सरकार ने आदेश दिया है कि हिन्दी भाषा मे अंग्रेजी शब्द का प्रयोग मान्य होगा (हिग्लीश भाषा)
2.हमने अमेरिका , रूस व युरोपीय देशो के तलवे चाटने मे ही अपना भविष्य समझा
और हम सुपर पावर का ढोल पीटते रहे , और देश कर्ज मे डूबते गया .
3.हमारी सरकारे , अहिंसा की आड मे देश को लूटते रहीं, और गर्व से कहते गई,हमारे देश ने 5000 सालो से विदेशी आक्रमण नही किया है और हमारा सिद्धांत है कि हम हमारे हत्यार विदेशो मे नही बेचेंगे और विदेशों से हत्यार आयात के घोटाले के नाम से अपनी तिजोरिया भरती गयीं
इडिया……….हमारा देश, डरता है ,,,,,,, डराने वाला चाहिये? ………
चीनी देश का कहना है
दुनिया… झुकती है ?……. झुकाने वाला चाहिये …………….??
चीन हमसे दो साल बाद आजाद होने के बाद ,हमसे पाच गुना से ज्यादा आगे क्यो ??
1.देशी भाषा, देशी विचार, देशी संस्कार, देशी हत्यार, देशी हाथ, देशी बात.
वही चीनी सरकार ने आदेश दिया है कि चीनी भाषा मे अंग्रेजी शब्द का प्रयोग मान्य नही होगा
किसी भी देश की भाषा को तोड्ना – मतलब देश की एकता तोड्ना…???? और हमारे सरकार ने आदेश दे दिया है कि हिन्दी मे अग्रेजी शब्द (हिंग्लीस) मान्य होगा....
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आज चीन हमसे दो साल बाद आजाद होने के बावजूद , जनता को राष्ट्रवादीयो का बैंक बनाकर, चीन जो जापान का गुलाम था ...???? ,आज, उसे धमकी दे रहा है... अमेरिका भी उससे थर्रा रहा है, उससे, सीधा पंगा नही लेता है ...????
मेरे वेबस्थल की 3 नवंबर 2012 की प्रवष्टि के अंश... घुसपैठ-इसका ईलाज...????
इसका उदाहरण चीन है, जहाँ एक दम्पति सिर्फ एक संतान पैदा कर सकता है, 6-7 महिने पहले मैने एक खबर पढी थी , सुदूर गाव मे एक महिला को 8 महिने का दूसरा गर्भ था, जब सरकार को पता चला तो उसने, उसका पेट फाड कर संतान को मार डाला और महिला को जेल मे डाल दिया.
क्या आप कल्पना कर सकते है ?, कि चीन कोइ घुसपैठ सहन कर सकता है.
हमारे देश मे तीन प्रकार की घुसपैठ है
1. सीमा पार से घुसपैठ – 10 करोड से ज्यादा – देश मे 30% से ज्यादा की विकास दर है (G.D.P.-घुसपैठीया डेवलपमेट प्रोग्राम – 30% से ज्यादा)
2.देश मे घूस पैठ – रिश्वत की पैठ – देश मे 300% से ज्यादा की विकास दर है
और सरकार, घरेलू विकास दर 5% भी नही पहुँचने पर चितित है
3. इस घरेलू विकास दर को बढाने के लिये सरकार विदेशी धन माफियाओ की घुसपैठ करा रही है , वे सरकार के मिलीभगत से, झूठा विकास दिखाकर, जनता को भरमाकर, लूटेरो के साथ अपनी भगीदारी कर, सत्ता धारी अपने खजाने भर रहे है. इनकी पूजी 300-3000 गुना से ज्यादा बढ रही है और जनता अपने आपको लूटते हुए देख रही है
मेरे 16 अक्टूबर की प्रवष्टि के अंश......आज हम 65 साल बाद भी पीछे क्यो? हम विदेशीयों का मुँह क्यो ताकते है???
1.विदेशी भाषा, विदेशी विचार, विदेशी संस्कार, विदेशी हत्यार, विदेशी हाथ, विदेशी बात.
अभी हाल मे ही हमारी सरकार ने आदेश दिया है कि हिन्दी भाषा मे अंग्रेजी शब्द का प्रयोग मान्य होगा (हिग्लीश भाषा)
2.हमने अमेरिका , रूस व युरोपीय देशो के तलवे चाटने मे ही अपना भविष्य समझा
और हम सुपर पावर का ढोल पीटते रहे , और देश कर्ज मे डूबते गया .
3.हमारी सरकारे , अहिंसा की आड मे देश को लूटते रहीं, और गर्व से कहते गई,हमारे देश ने 5000 सालो से विदेशी आक्रमण नही किया है और हमारा सिद्धांत है कि हम हमारे हत्यार विदेशो मे नही बेचेंगे और विदेशों से हत्यार आयात के घोटाले के नाम से अपनी तिजोरिया भरती गयीं
इडिया……….हमारा देश, डरता है ,,,,,,, डराने वाला चाहिये? ………
चीनी देश का कहना है
दुनिया… झुकती है ?……. झुकाने वाला चाहिये …………….??
चीन हमसे दो साल बाद आजाद होने के बाद ,हमसे पाच गुना से ज्यादा आगे क्यो ??
1.देशी भाषा, देशी विचार, देशी संस्कार, देशी हत्यार, देशी हाथ, देशी बात.
वही चीनी सरकार ने आदेश दिया है कि चीनी भाषा मे अंग्रेजी शब्द का प्रयोग मान्य नही होगा
किसी भी देश की भाषा को तोड्ना – मतलब देश की एकता तोड्ना…???? और हमारे सरकार ने आदेश दे दिया है कि हिन्दी मे अग्रेजी शब्द (हिंग्लीस) मान्य होगा....
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