१. मै कैसे मनाऊँ, आजादी...???, चेतो मोदी सरकार.., मेरी ऊंगली की “अच्छे दिनों” के मतदान की स्याही.., पिघलकर, मुझे बदरंगा कर रही है.
२. 15 AUGUST को ALL GUEST बनकर - देश के सभी भेड़ियों माफिया मेहमानों ने देशप्रेमी का चोला पहनकर, क्रूरता से देश को लूटकर…???, अब…?,
३. पुरानी खबर में नया कवर.., या पुरानी बोतल में नई शराब.., सत्ता का ख्वाब..., यह सत्ता-विपक्ष (अच्छे दिनों V /s भारत निर्माण) की अहंकार की लड़ाई नही.., देश के अंधकार की कहानी है..., सुषमा के इस्तीफे, के इस तोहफे से कांग्रेस के २५ सांसद बर्खास्त .., सत्ताधारी भाजपा का रास्ता साफ़ ..., क्यों नहीं इन मुद्दों पर होती खुलकर बात .., हर, राजनैतिक दलों का कीचड़ क्यों नहीं होता साफ़...!!!!, कमल की जगह कमाल की राजनीती है उदयमान.., जनता हैरान..., सीमा पर जवान परेशान ..., दे रहा अपनी जान..!!!!!!!!!!!!!!!.
४. संसद १५ दिनों से ठप्प ..., मीडिया की TRP से गप ..,, यही है जनता को दिखाने का लोली-पॉप से, बने देश के बाप से , लोकतंत्र का बना पाप..
५. राष्ट्रवाद.. बेहाल .., क्या यही है, राजनीती का कमाल..... ,पंजाब में आतंकी हमला.., फिर भी सांसद का दिल नहीं पिघला ...
६. देश के ६८ सालों से, संसद के समय की बर्बादी से राष्ट्र की बर्बादी है ... डूबते देश की कहानी है...,
संसद के हुड्दंड से सत्ता हुई बदरंग .., देशवासी दंग.., देश का दाग बने, दबंग..,
७. देश के, आज तक के सत्ता परिवर्तन के इतिहास में काला धब्बा.., संसद हुड़दंग का डब्बा.., अच्छे दिनों का बज रहा है बैंड बाजा के BAD बराती ले रहें हैं .., कैंटीन में भोज.., हर रोज मौज..,जनता सोच रही है.., कैसी आजादी.., यह तो देश की है बर्बादी...
८. मोदीजी.., अपनी पार्टी की चीटियों को बचाने के लिए देश का हाथी बल मत बर्बाद करों .., आपकी पार्टी में भ्रष्टाचार से उलटे पिरामिड के अवशेष के अवयय , पुरानी पार्टी के “भारत निर्माण” की तरह उग चुके है..., कही ये देश के बचे हुए खेत को भी चुग न लें. आज तक, सी.बी. आई को पिंजरे में रखकर इस भ्रष्टाचार की बयार से .., आज तक अभी तोंते जांच में पिंजरे सहित गायब हो गए हैं...!!!! और जनता हाथ मलते रही है....!!!
९. कहाँ हैं...!!!, मेरे “देश के लाल” लाल बहादुर शास्त्री का “जय जवान- जय किसान” के विचार..,, जिन्होंने तो, जनता और किसानों में राष्ट्रवाद का दंभ भरकर जिन्होंने १८ महीनों में देशी विदेशी माफियाओ व नेताओं की दुकानों में ताला लगाकर, मुंह काला किया था ..,
१०. भ्रष्टाचार में लिप्त पाने में, लाल बहादुर शास्त्री ने अपने ही केन्द्रीय मंत्री कृष्णामचारीका इस्तीफा रूस जाने के, अपनी ह्त्या होने के पहिले लेकर, “जय जवान - जय किसान” में “स्फूर्थी” फूख दी व पार्टी में सनसनी से मातम फ़ैल गया था .., नेताओं को मजबूर कर मजदूत बनाकर देश को इतना मजबूत कर दिया कि वह विश्व गुरू की दहलीज में पहुँच गया था
११. आराम हराम है, गरीबी हटाओ, मेरा भारत महान, इंडिया शाइनिंग भारत निर्माण के अच्छे दिनों से सत्ता के चौपड़ का यह है “उल्टा पिरामिड” की शुरूवात से जनता संशयित है.., देश की सीमाओं के जज्बों का ठोस सन्देश व सीमा पार से आतंकवाद का मकबूल जवाब नहीं मिला है..
१२. देश के क्रांतीकारियों को “देशद्रोही” कह, देश को आगे भी, और क्रूरतमता से, लूटने के लिये, तिरंगे के शान की आड़ मे, जश्न-ए –आजादी के नाम से, जनता को “अफीमी नारों” के दंश से डंस अब एक, नए खोजी लूट की योजनाओ का आयाम बना रहे है,,,,?????,
१३. चेतो मोदी सरकार.., सी.बी. आई., को, लाल किले के प्राचीर पिंजरे से “आजादी” की घोषणा न होने से देशवासी निराश है, इसे पिंजरे से “आजादी” दो .., ताकि , इस देश के “६८ सालों” के “काले किले” के भ्रष्टाचार के “काले कलंक” के “सत्ता के चौपड़” से देश को चौपट कर, सत्ता को “खैरात” मानकर, देश को डूबोने वालों की खैर लेकर, गरीबों की अंधेरी रातों में .., देश का “दिन का उजाला” आयेगा .जनता के भी “अच्छे दिन” आयेंगें
१४. इस आजादी के ६८ सालों बाद, केन्द्रीय सुरक्षा आयोग व सीमा पर तैनात जवानों को स्वायत्ता दिए बिना, देश के आधे प्रतिशत जो देश में विदेशी हाथ,साथ बात संस्कारों से देश की दिशा व दशा तय कर रहें हैं.., सीमा पर, घुसपैठ व नशे के कारोबार की कड़ी से अवैध व्यापार के व्यापम घोटालों मे व्याप्त से मालालाल है.., देशवासी बेहाल है..
१५. देश के १२५ युवा आपके मेक इन इंडिया व स्किल इंडिया से पार्टी के कार्यकर्ताओं से नेताओं की अपने प्रदेशों में बंदरबांट से महंगाई से अपने को MAHAN-GAI समझ रहें
१६. देश १९४७ से सत्ता परिवर्तन को आजादी का जश्न मनाकर.., सत्त्ताखोरो सत्ताखोरों ने देशी - विदेशी माफियाओं के दंश से देशवासियों को घायल कर दिया है.
१७. दोस्तों, देश तो कर्ज़ो के, विदेशी बम्बू (आधार) से खड़ा है ...जागो देशवासी, डूबते देश को बचाने से पहले, देशी माफिया भेड़ियो, से निपटो , दुश्मन तो पहले से ही घात लगाकर बैठे है...हम अपने जवानो का सिरा कटाकर दे सकते है....?????, लेकिन LOC ( LOVE OF COMBINATION- प्रेम का बंधन) इजराईल की तरह, सीमा पार करने की अनुमति दे सकते नही...???? लूट के खेल मे सत्ताधारी को तो छोड़ो...????, विपक्षी भी इस प्रेम के बंधन मे इतने व्यस्त है... कि उन्हे भी, देश की लूट से फुर्सत नही है...?????
साभार www.meradeshdoooba.com
हमें “देशद्रोही” कह, हे गद्दारों.., तुमने आजादी के झांसे से देश की बर्बादी कर दी है ..,
मेरा “स्वदेशी” का नारा कर दिया हराम.., “हे राम..”
, अब…?,
३. पुरानी खबर
में नया कवर.., या पुरानी बोतल में
नई शराब.., सत्ता का ख्वाब..., यह सत्ता-विपक्ष (अच्छे दिनों V /s भारत निर्माण) की
अहंकार की लड़ाई नही.., देश के अंधकार की कहानी है..., सुषमा के इस्तीफे, के
इस तोहफे से कांग्रेस के २५ सांसद बर्खास्त .., सत्ताधारी भाजपा का रास्ता साफ़ ..., क्यों नहीं इन मुद्दों पर होती खुलकर बात .., हर, राजनैतिक
दलों का कीचड़ क्यों नहीं होता साफ़...!!!!,
कमल की जगह कमाल की राजनीती है उदयमान.., जनता हैरान..., सीमा पर जवान परेशान ...,
दे रहा अपनी जान..!!!!!!!!!!!!!!!.
४. संसद १५ दिनों से ठप्प ..., मीडिया की TRP से गप ..,,
यही है जनता को दिखाने का लोली-पॉप से, बने देश के बाप से , लोकतंत्र का बना पाप..
५. राष्ट्रवाद.. बेहाल .., क्या यही
है, राजनीती का कमाल..... ,पंजाब में आतंकी
हमला.., फिर भी सांसद का दिल नहीं पिघला ...
६. देश के ६८ सालों से, संसद के समय की
बर्बादी से राष्ट्र की बर्बादी है ... डूबते देश की कहानी है...,
संसद के हुड्दंड से सत्ता हुई बदरंग .., देशवासी
दंग.., देश का दाग बने, दबंग..,
७. देश के, आज तक के सत्ता परिवर्तन के इतिहास में काला धब्बा.., संसद हुड़दंग का डब्बा.., अच्छे दिनों का बज रहा है बैंड बाजा के BAD बराती ले रहें हैं .., कैंटीन
में भोज.., हर रोज मौज..,जनता सोच रही है.., कैसी आजादी.., यह तो देश की है
बर्बादी...
८. मोदीजी.., अपनी पार्टी की चीटियों को बचाने के लिए देश
का हाथी बल मत बर्बाद करों .., आपकी पार्टी में भ्रष्टाचार से उलटे पिरामिड के अवशेष के अवयय ,
पुरानी पार्टी के “भारत निर्माण” की तरह
उग चुके है..., कही ये देश के बचे हुए खेत को भी चुग न लें. आज तक, सी.बी. आई को पिंजरे में
रखकर इस भ्रष्टाचार की बयार से .., आज तक अभी तोंते जांच में पिंजरे सहित गायब हो
गए हैं...!!!! और जनता हाथ मलते रही
है....!!!
९. कहाँ हैं...!!!, मेरे “देश के लाल” लाल बहादुर शास्त्री का “जय
जवान- जय किसान” के विचार..,, जिन्होंने तो, जनता और किसानों में राष्ट्रवाद का
दंभ भरकर जिन्होंने १८ महीनों में देशी विदेशी माफियाओ व नेताओं की दुकानों में ताला लगाकर, मुंह
काला किया था ..,
१०.
भ्रष्टाचार
में लिप्त पाने में, लाल बहादुर शास्त्री ने अपने ही केन्द्रीय मंत्री कृष्णामचारीका
इस्तीफा रूस जाने के, अपनी ह्त्या होने के
पहिले लेकर, “जय जवान - जय किसान” में “स्फूर्थी” फूख दी व पार्टी में सनसनी से मातम फ़ैल गया था
.., नेताओं को मजबूर कर मजदूत बनाकर देश को इतना मजबूत कर दिया कि वह विश्व गुरू
की दहलीज में पहुँच गया था
११.
आराम
हराम है, गरीबी हटाओ, मेरा भारत महान, इंडिया शाइनिंग भारत निर्माण के अच्छे दिनों
से सत्ता के चौपड़ का यह है “उल्टा पिरामिड” की शुरूवात से जनता संशयित है.., देश की सीमाओं के जज्बों का
ठोस सन्देश व सीमा पार से आतंकवाद का मकबूल जवाब नहीं मिला है..
१२. देश के
क्रांतीकारियों को “देशद्रोही” कह, देश को
आगे भी,
और क्रूरतमता से, लूटने के लिये, तिरंगे के शान की आड़ मे, जश्न-ए –आजादी के नाम से, जनता को “अफीमी नारों” के दंश से डंस अब एक,
नए खोजी लूट की योजनाओ का आयाम बना रहे है,,,,?????,
१३.
चेतो
मोदी सरकार.., सी.बी. आई., को, लाल किले के प्राचीर पिंजरे से “आजादी” की घोषणा न होने से देशवासी निराश है, इसे पिंजरे से “आजादी” दो .., ताकि , इस देश के “६८
सालों” के “काले किले” के भ्रष्टाचार के “काले कलंक” के “सत्ता के चौपड़” से देश को
चौपट कर, सत्ता को “खैरात” मानकर, देश को डूबोने वालों की खैर लेकर, गरीबों की अंधेरी रातों में .., देश का “दिन का
उजाला” आयेगा .जनता के भी “अच्छे दिन” आयेंगें
१४.
इस
आजादी के ६८ सालों बाद, केन्द्रीय सुरक्षा आयोग व सीमा पर तैनात जवानों को
स्वायत्ता दिए बिना, देश के आधे प्रतिशत जो देश में विदेशी हाथ,साथ बात संस्कारों
से देश की दिशा व दशा तय कर रहें हैं.., सीमा पर, घुसपैठ व नशे के कारोबार की कड़ी
से अवैध व्यापार के व्यापम घोटालों मे व्याप्त से मालालाल है.., देशवासी बेहाल है..
१५.
देश
के १२५ युवा आपके मेक इन इंडिया व स्किल इंडिया से पार्टी के कार्यकर्ताओं से
नेताओं की अपने प्रदेशों में बंदरबांट से महंगाई से अपने को MAHAN-GAI समझ रहें
१६.
देश
१९४७ से सत्ता परिवर्तन को आजादी का जश्न मनाकर.., सत्त्ताखोरो सत्ताखोरों ने देशी
- विदेशी माफियाओं के दंश से देशवासियों को घायल कर दिया है.
१७. दोस्तों, देश तो कर्ज़ो के, विदेशी बम्बू (आधार) से खड़ा है
...जागो देशवासी, डूबते देश को बचाने से पहले, देशी माफिया भेड़ियो, से निपटो , दुश्मन तो पहले से ही घात लगाकर बैठे है...हम अपने जवानो का सिरा कटाकर दे
सकते है....?????, लेकिन LOC ( LOVE OF COMBINATION- प्रेम का बंधन) इजराईल की तरह, सीमा पार करने की अनुमति दे सकते नही...????
लूट के खेल मे सत्ताधारी को तो छोड़ो...????, विपक्षी भी इस प्रेम के बंधन मे इतने व्यस्त है... कि उन्हे भी, देश की लूट से फुर्सत नही है...?????
हमें
“देशद्रोही” कह, हे गद्दारों.., तुमने आजादी के झांसे से देश की बर्बादी कर दी है
..,
मेरा “स्वदेशी” का
नारा कर दिया हराम.., “हे राम..”
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