Friday, 17 July 2015

जनता से सवाल ...क्या..??, रविन्द्र पाटिल का चित्र हर, अदालत में लगना चाहिए ...


१.  रविन्द्र पाटिल तुम्हे सलाम.., आपने “कर लो कानून मुठ्ठी में” करने वालों का काला चिठ्ठा खोल दिया है..,  तुम्हारी गवाही से.., क़ानून में  छेद करने वालों के, गुनाहों के औजारों की धार ख़त्म कर दी .., देश का युवक आपकी शहादत से प्रेरणा की एक ईबादत से गर्वीत है..,  तुम्हारी मिशाल ने देश में एक “मशाल” जागृत की है.
२.  (जनता से सवाल ...क्या..??, रविन्द्र पाटिल का चित्र हर, अदालत में लगना चाहिए ...)
३.    भले ही नौकरशाही – माफिया भेड़ियों ने तुम्हे प्रताड़ित किया, तड़फा – तडफा कर , TOP- BUREAUCRATES जो अधिकतर देश के बुरे कैरेट बनकर, क़ानून की रेटिंग गिरा रहें हैं.. (T.B)..., ने तो देश को T.B. लगाकर, देशवासियों को एक स्वछन्द वातावरण में सांस लेने में घुटन पैदा कर दी है. आप भी इसका  भीषणतम  शिकार होकर इस देश की काले  क़ानून के  दुनिया से सिधार  गए लेकिन अपने ईमान से नहीं डिगे और मीडिया-नौकरशाही-जजशाही के गुनाहों का चिट्ठा जनता के सामने खुल गया.
४.    आपने सिद्ध कर दिया ‘शरीर “ को तो कोई भी मार सकता है .., लेकिन आत्मा को न कोई छेद सकता है ..न,जला सकता है..वह तो , आपने अपना कपड़ा (शरीर) छोड़ कर.., देश की भ्रष्ट माफिया कानूनी राजदारों के कपड़े खोल कर उनकी एक नग्न तस्वीर जनता को दिखा दी है..
५.   आज सत्ता के सतरंगी.., देश को “लूट की अमानत” समझकर अपने को “बजरंगी” बल मानकर, देश को लूट में खुली छूट मान कर, देश को बदरंगी बना रहें है..,
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५      देश के क़ानूनी पंडित .., देश पांडे आपके जज्बे को सलाम.., आपने  माना “कानून सबके लिए समान” व “हर नागरिक को मिले  सम्मान” . आज के चकाचौंधी माहौल से, महलों में रहने का खवाब से पद को श्वाब मानने वालों को एक सबक देकर, आपकी निर्भीकता से देशवासी गर्वित है..

६.  भले ही आपका आदेश “हाई-कोर्ट” ने हाई कोट वाले अपराधी को ३ घंटे में, विशेष प्रोटोकॉल के तहत ..,अतिरिक्त समय के कोर्ट की कार्यवाही बढाकर, जजशाही ने अपनी कोट भरकर, क़ानून को उनकी अमानत कह जमानत दे दी .., अब देशवासियों में ‘आक्रोश” है.., गरीब तो  “हाई-कोर्ट” की सीढ़ी  चढ़ने में अपाहिज बनाने के बावजूद भी उसे न्याय नहीं मिलता है..
७.    दोस्तों.., इस क़ानून से न्याय की गुहार में ४ करोड़ लोग कतार में है.., जीते जी.., न्याय मिलना तो दूर , वह अपनी आयु को बर्बाद कर , अवसाद के दंड से जीवन को बदरंग से वकील-पुलिस-जजशाही के जीवन को सप्तरंगी बनाने का खेल बन गया है...
८.    मीडिया-माफिया-कॉर्पोरेट–सत्ताशाही के भ्रष्टाचार के  सप्तरंगीयों के खेल से, देश का मोहल्ला,गाँव ,शहर व  देश को डूबाने का खेल बदस्तूर जारी है.., बिडवना यह है कि इनके छद्म रूप के बजरंगी बल से जनता भयभीत है.., यदि जनता एकता से अपना बल संयुक्त कर ले तो तो इन “छद्म बजरंगीयों” का, देश को “बदरंग” करने वालों का सूपड़ा साफ़ हो जाएगा .
  Let's not make a party but become part of the country. I'm made for the country and will not let the soil of the country be sold. के संकल्प से गरीबी हटकर, भारत निर्माण से, इंडिया शायनिंग से, हमारे  LONG – INNING से देश के अच्छे दिन आयेंगें..,
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