Wednesday, 22 April 2015

इसकी शुरूवात तो घर के छोटे परदे से हो रही है, यदि सरकार टेलीविजन से अश्लीलता की रास लीला में रोक लगा दे तो यह रोग 90% ख़त्म हो जाएगा ..



  
  बापू के तीन बंदर, अब बन गये है मस्त कलन्दर http://meradeshdoooba.com
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देखू: आज का तरूण अश्लीलता को अपने जीवन की असली रील बनाकर खेलता देख रहा हूं 
बोलू: देश में ०.५% अरबपति व पत्नियां आज भी पाश्चात्य संस्कृति को सनातन संस्कृति का पिता कह.., देश के युवाओं के नए खून में विष घोल रही है 
देखू: हां दीपिका पादुकोण के पादुकाओं का कोण का U TUBE में विश्व के युवाओं की दिमाग की TUBE फ्यूज कर दी है, FACE BOOK को FUN BOOK की कुंजी मानकर, इसे ७ करोड़ लोगों ने देखकर इस SUCK कन्या को धन से मालामाल कर दिया है..
बोलू देश की सनातन संस्कृति में जहां २५ वर्ष तक ब्रह्मचर्य के ताप से युवक, गुरूकुल की शिक्षा से अपने ज्ञान – ध्यान- विज्ञान से परख कर निकालता था और आज का युवक,अपने २५ वर्ष की आयु सेक्स के प्रभाव से अपना जीवन की ऊर्जा इस काल्पनिक समुंद्री रूपी भंवर में डूबो देता है..
देखू: देख रहा हूँ ,इस कुचक्र से देश के युवाओं में राष्ट्र शक्ति क्षीण होकर.., इसी से प्रेरित होकर, शराब सिगरेट की लत से अपना जीवन की नीव को बर्बाद कर रहा है.. व फिल्मों से इनकी भावनाए सेक्स से बलात्कार की ओर ले जाता है
बोलू: इस अश्लीलता की होड़ में फ़िल्में भी ५०० से ६०० करोड़ के मुनाफे में, राष्ट्र के गौरव हनन के साथ राष्ट्र का पतन कर रही है..., सरकारें भी टैक्स की आड़ में, हवाले धन के प्रवाह को जानकर भी आँखें मूंदे बैठी है..
देखू: इसका कारण देख रहा हूं, मीडिया वर्ग के चंद वरिष्ठ लोगों ने प्रिंट व मीडिया में इतना वर्चस्व बना लिया है कि इनका विरोध करने पर, यह वर्ग, सत्ताखोरों के अन्य छिपे घोटालों के नाड़े को खोलकर इन्हें भी इसी नग्नता के कतार में शामिल कर सकती है.., इसी भय से वे भी चुप हैं...
बोलू: इसमें भी मीडिया-माफिया-नौकरशाही-सत्ताशाही के गठबंधन के अटूट बंधन की बू आती है
सुनू: आज छोटे चकलाघरों में देश से चुराई गयी नाबालिक गरीब लड़कियों व नौकरी के झांसे में बाहार के प्रदेशों से लाई गई लड़कियों को इस व्यवसाय में धकेल दिया जाता है ..., और फिल्मों में तो सुन्दर महिलाओं को हीरोईन का लालच देकर देह शोषण से इनहें उच्च वर्गो के लोगों में परोश दी जाती है...
देखू: हाँ ..., सत्ताधारी से विरोधी वर्ग भी इस स्टिंग ऑपरेशन में फंसकर,, इन महिलाओं की ह्त्या कर अपना दामन साफ़ कर लेते है
बोलू: आज नारी सशक्तिकरण की आड़ में वेश्यावृति, व महिला आयोग, धिक्कार आयोग बनकर , बापू के तीन बंदर बन आँख, कान व मुंह पर पट्टी बांधकर अपना हिस्सा ले लेती है
देखू: एक देखी बात बताता हूं मनमोहन सिंग के कार्यकाल में अन्ना आन्दोलन के, पहिले कनाडा इंग्लैंड व यूरोपीय देशों में नारी सशक्तीकरण में वहां की महिलाओं ने दलील दी थी कि पुरूष सड़कों पर अपना ऊपरी बदन नंगा कर, चल सकते हैं तो महिलाए क्यों नहीं..,, इसके प्रतिरोध में महिलाओं ने उपरी बदन दिखाकर सडकों में SLEDGE SHOW का प्रदर्शन किया.., इसके समर्थन में इन्डियन वर्ग के खाते पीते घर की धनाड्य महिलाओं को सरकार ने जंतर मंतर से संसद भवन तक इसी तरह के प्रदर्शन की अनुमति दी ., जबकि इसके २ दिन बाद अन्ना को जंतर मंतर मे, अपनी कुर्सी हिलने के डर से अनशन की अनुमति नहीं दी
बोलू: देश में दो तरह का वर्ग है.., एक आदिवासे वर्ग जो भुखमरी से अपने वस्त्र नहीं खरीद पाने से नग्न रहता है ... दूसरा धनाड्य महिलाओं का , जो अपनी नग्नता से धन ही नहीं, ख्याति भी प्राप्त करता है.
बोलू: बिग बॉस की एक विदेशी महिला, ब्लू फिल्मो की नायिका, सन्नी लियोंन..., SUN+LION .के अंग प्रदर्शन से, युवाओं के सूर्य रूपी ऊर्जा व बाघ की शक्ती को अपने सेक्स सिंबल से के आज की आधुनिक सीता से “रामलीला” का अभिनय कर,आज देश की महा से महानायिका बना दिया, वही MY CHOICE की दीपीका ने अपने “दीपक की लौ” से युवको के चरित्र को कीट पतंगे बनाकर कर जला दिया है...
देखू: इस फ़िल्मी बाजार की BLUE FILM से, इन धनाड्य वर्गों के जीवन में धन की हरियाली फ़ैल रही है.., और देश के युवाओं में चरित्र हनन से देश में सूखापन बढ़ रहा है...
बोलू: इससे पश्चाताप करने के बजाय ,हताश युवा वर्ग सुगम तरीके से धन कमाने के लालच में अपना जीवन अपराध व धोकाघड़ी में झोंक देता है..., सामान्य निर्दोष लोगों को अपना मोहरा बनाता है..
देखू: आज देश में नग्नता का भयावह दृश्य देख रहा हूं ,, अब इस देश का क्या होगा
बोलू: इसकी शुरूवात तो घर के छोटे परदे से हो रही है, यदि सरकार टेलीविजन से अश्लीलता की रास लीला में रोक लगा दे तो यह रोग 90% ख़त्म हो जाएगा ...देश में संस्कारी व हमारे गौरवशाली अतीत के सीरियल से तरूण युवकों को एक स्वस्थ सन्देश से राष्ट्र के गौरव का सम्मान बढ़ाने की भागीदारी से अहम् भूमिका बनेगी.., सोया राष्ट्रवाद जाग उठेगा 

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