४२० वां जुगाडू व देश की तबियत बिगाडू मीडिया अभी भी गुमान में है कि हम संविधान के चौथा स्तम्भ है...
ताकत का सुपर विश्वगुरु अमेरिका ..., “सुपर राष्ट्रवादी, हिंदुत्व गुरू”, के सामने झुक गया .., मोदीजी के दौरे के पहले इतना उफान है ..., लोगों में आतुरता से ६० हजार का टिकट खरीदकर , दौरे में होगा, क्या-क्या फरमान..., इसके लिए अमेरिकी हिंदुस्थानी से लेकर विश्व के नागरिक सुनने के लिए आतुर हैं कि अब मोदीजी चतुर अमेरिका के चरितार्थ को कैसे उजागर करतें हैं..., जो धन-बल-चल से दुनिया को दबोचकर रख रहा है...
एक २१ के सदी के चाणक्य को सुनने में विश्व कायल..., विदेशी शक्तियां अब घायल....
भांड मीडिया ने विदेशी पैसों के इशारे से भाड़े के टट्टू बनकर , विश्व में मोदीजी की छवि खराबकर , यूरोपीय देशों में, मोदी के वीसा प्रतिबन्ध कर, अन्तराष्ट्रीय कोर्ट में तैयारीकी थी, लगाने की गुहार.., अब हो गये लाचार, अब खुल गया उनका भांडा .., अब अमेरिका में अब मोदी की झलक के साथ एक नई अलख है..
मोदी के गर्वीता से अमेरिका में अब होगी गरबा की धूम.. अमेरिका व अन्य देशों के ४० हजार से ज्यादा नागरिक लेंगें चूम ..., एक राजनैतिक रैली का इतिहास बनाने की राह पर मोदी, अन्तराष्ट्रीय स्तर के सुपर स्टार को देखने लोटरी सिस्टम से प्रवेश को बेताब...,
अमेरिका का विदेश विभाग के कर्मचारी के छूटे पसीना .. अन्य देशो के नागरिकों को वीसा देने के बोझ से कर रहे हैं, ओवरटाइम.., मोदी की तरह १८ घंटे काम...
दोस्तों जाने मीडिया की करतूत..., जो अपने को मान रही है लोकतंत्र का कारतूस.....
जिन्होंने ही भ्रष्टाचार को ही उन्नता पर पहुंचाकर , इतनी ताकतवर बन गई थी की इनके इशारों पर ब्लैक मेल कर, कौन किस विभाग का मंत्री को घोटालों का अधिकार मिलेगा
मनमोहन सरकार के अंतिम कार्यकाल में खबर आयी थी आईबीएन18 नेटवर्क के एडिटर-इन-चीफ राजदीप सरदेसाई ने प्रधानमंत्री आवास के पास ५० करोड़ का बंगला खरीदा और अपने मीडिया हाउस के ढेर सारे कर्मचारियों को बिना सूचना से बर्खास्त कर दिया,
आज तक चैनल के प्रभु चावल ने सीधी बात से सीधा, काला धन कमाया, व बरखा दत्त ने पैसे की काली बरखा से, पद्म सिंघवी ने मीडिया के पद्म से ,कोयला घोटालों से दूर संचार के विभागों को ऊंगली पर नचाकर, नीरा राडिया के नृत्य से रतन टाटा को पागाल कर..., एक बूढ़ापे की दहलीज पर खड़े रतन टाटा को नीरा राडिया ने जवानी का नीरा (पानी) पिलाकर.., जोश भरकर..., पारसी समुदाय को कलंकित कर दिया,
अपने व नीरा के वार्तालाप के टेप सार्वजनिक न हो, इस बारे में रतन टाटा ने सुप्रीम कोर्ट में गुहार लगाकर, इसमें रोक लगवाई...
गुजरात दंगे तो इंडियन मीडिया को एक नया शक्तिवर्धक बदाम मिला था..., मोदी को बदनाम करने का , शुक्र है फरीद जकारिया ने अपनी गलती मानकर, अब प्रायश्चित कर रहें है..., लेकिन ४२० वां जुगाडू व देश की तबियत बिगाडू मीडिया अभी भी गुमान में है कि हम संविधान के चौथा स्तम्भ है...
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