Tuesday, 17 September 2013



यह है....??? आज के, मेरा भारत महान का हाल...., तभी तो है.... राष्ट्रवाद बेहाल , आम हिंदुस्तानी है, कंगाल..... ????,
धन से सत्ता मिलती है, लेकिन जनता का प्यार नहीं
धन से वोट बैंक के नाम से, देश की लूट मिलती है लेकिन राष्ट्रवाद नहीं
धन से किराये की कोख मिलती है, लेकिन , संस्कार नहीं
धन से जाली डिग्री मिलती है लेकिन जीवन की नींव नहीं

धन से लूट्वाद की खादी खरीदी जाती है, लेकिन राष्ट्र की वादी नही ..

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