Friday, 19 April 2013



यह महाराष्ट्र, नही, महा-राष्ट्र के मंत्रियो का महा - भ्रष्ट निर्माण, मुंबई की नगर पालिका के नाक नीचे हुआ...22 आफिस व कई बडी दुकाने???, (अब नई कहावत इस देश मे बन गई है, जिसने देश का सम्मान तोडा... उस पर नही चला हथौडा..भले ही, वह हो छोटा-मोटा मधु कोडा). पूर्व आइ.पीएस अधिकारे वाई.पी सिंग के के सूचना अधिकार कानून पर नगरपालिका की मिलीभगत की पोल खुली? गरीबों से रिश्वत खाकर उनके झोपडे तोडों ? अमीर माफिया, मंत्रीओ को गले मे भष्टाचार की माला पहनाकर अवैध निर्माण का स्वागत करो??? क्या.. यह भष्टाचार निर्माण या मेरा देश डूबा...????

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